प्रधानमंत्री के लिए वोट की भीख अपना दामन फैलाकर मांगूंगी डोर टू डोर करूंगी प्रचार: किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी 

प्रधानमंत्री के लिए वोट की भीख अपना दामन फैलाकर मांगूंगी डोर टू डोर करूंगी प्रचार: किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी
हिमांगी सखी ने कहा कि 'हम बनारस आ गए हैं। यहां भाजपा के लिए और प्रधानमंत्री के लिए डोर-टू-डोर कैंपेनिंग करूंगी और लोगों से धन-धान्य की जगह उनसे प्रधानमंत्री के लिए वोट की भीख अपना दामन फैलाकर मांगूंगी। हम यहां रहेंगे और लगातार लोगों से मिलुंगी और वोट मांगूंगी।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
 

 

वाराणसी। 'मई में काशी से मुझे प्रत्याशी घोषित किया गया था। लेकिन स्वामी चक्रपाणि ने मेरा टिकट काट दिया। उसके बाद किन्नर समाज के हक की लड़ाई लड़ने के लिए हमने निर्दल लड़ने की बात कही थी। लेकिन भाजपा काशी क्षेत्र के पदाधिकारियों ने मुझे मनाया और कहा कि हमारी सरकारें किन्नर समाज के लिए कार्य कर रहीं और आगे भी काम करेगी।' इस पर मैंने लड़ने का मन त्याग दिया और अब भाजपा का प्रचार कर रहीं हूं।

उक्त बातें मुंबई में मतदान के बाद वाराणसी चुनाव प्रचार के लिए लौटीं किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कही। इस दौरान उन्होंने वाराणसी की 350 किन्नरों को मतदान करने के लिए भी जागरूक किया। हिमांगी ने बताया कि वो अब वाराणसी में रहकर प्रधानमंत्री और भाजपा को जिताने के लिए डोर टू डोर कैंपेनिंग करेंगी।

 

किन्नर समाज को मतदान के लिए किया जागरूक
मुंबई में मतदान कर वाराणसी पहुंची किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने प्रेस कांफ्रेस करते हुए कहा कि 'मुंबई में मैंने कल मतदान किया था। उसके बाद यहां पहुंची हूं। लोकतंत्र के लिए मैंने अपना कीमती वोट दिया है और किन्नर समाज से यही अपील करूंगी कि वो भी लोकतंत्र के पर्व में अपना कीमती वोट दें। यदि नाम वोटर लिस्ट में नहीं है तो अपना नाम दर्ज करवा लें ताकि अपने हक के लिए लड़ाई लड़ सकें। काशी के सभी 350 किन्नर मतदाताओं से अपील है कि वो मतदान करें और मोदी जी को वोट दें। मेरी छोटी बड़ी जितनी भी किन्नर साथी हैं वो सभी आएं और एकजुट होकर काशी की आने वाली पीढ़ियों के लिए मतदान करें।

भाजपा पदाधिकारियों ने मनाया
वाराणसी से पहले चुनावी ताल ठोकने और फिर प्रधानमंत्री के समर्थन के सवाल पर उन्होंने कहा कि 'मै काशी से पहले प्रत्याशी थी। उसके बाद किन्हीं कारणों से स्वामी चक्रपाणि ने मेरा नाम वापस ले लिया। इसके बाद मैंने निर्दली चुनाव लड़ने का फैसला किया था। जब प्रधानमंत्री और काशी क्षेत्र के भाजपा के पदाधिकारियों ने मुझसे मुलाकात की और कहा कि हम सब किन्नर समाज का मान सम्मान करते हैं तो हम नहीं चाहते कि आप यहां से चुनाव लड़ें। आप का जो भी मांग है वो आगे हमारी सरकार पूरी करेगी। बीजेपी सरकार ने हमारा सम्मान किया और हम उसमे विलय हो गए और हम अब उनका प्रचार करेंगे।

डोर टू डोर करूंगी प्रचार
हिमांगी सखी ने कहा कि 'हम बनारस आ गए हैं। यहां भाजपा के लिए और प्रधानमंत्री के लिए डोर-टू-डोर कैंपेनिंग करूंगी और लोगों से धन-धान्य की जगह उनसे प्रधानमंत्री के लिए वोट की भीख अपना दामन फैलाकर मांगूंगी। हम यहां रहेंगे और लगातार लोगों से मिलुंगी और वोट मांगूंगी।

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