ज्ञानवापी परिसर में वजू की सुविधा देने के विरोध में उतरे हिंदूवादी संगठन, कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन

ज्ञानवापी परिसर स्थित वजूखाना पिछले वर्ष मई महीने से अदालत के आदेश से सील है। मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की थी कि रमजान को देखते हुए वजू के लिए और शौचालय की व्यवस्था कराई जाए। सुप्रीम कोर्ट ने वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम को आम सहमति से निर्णय लेकर समस्या का समाधान कराने का आदेश दिया है।
ज्ञानवापी परिसर स्थित वजूखाना पिछले वर्ष मई महीने से अदालत के आदेश से सील है। मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की थी कि रमजान को देखते हुए वजू के लिए और शौचालय की व्यवस्था कराई जाए। सुप्रीम कोर्ट ने वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम को आम सहमति से निर्णय लेकर समस्या का समाधान कराने का आदेश दिया है।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ 

 

वाराणसी । ज्ञानवापी परिसर में वजू और शौचालय की सुविधा की मुस्लिमों की मांग पर हिंदू संगठनों ने बुधवार को नाराजगी जताई। कलेक्ट्रेट परिसर में इकट्ठा हुए लोगों ने डीएम पोर्टिको के नीचे जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। कहा कि ज्ञानवापी में आदि विश्वेश्वर का शिवलिंग मौजूद है। इसलिए वजू और शौचालय संबंधी जो भी व्यवस्था की जाए, वह ज्ञानवापी परिसर के बाहर ही की जाए। इस संबंध में मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को संबोधित दो ज्ञापन उनके कार्यालय में सौंपा गया।



ज्ञानवापी परिसर स्थित वजूखाना पिछले वर्ष मई महीने से अदालत के आदेश से सील है। मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की थी कि रमजान को देखते हुए वजू के लिए और शौचालय की व्यवस्था कराई जाए। सुप्रीम कोर्ट ने वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम को आम सहमति से निर्णय लेकर समस्या का समाधान कराने का आदेश दिया है।

मंगलवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के पदाधिकारियों और विश्वनाथ मंदिर प्रशासन व पुलिस अफसरों की बैठक हुई। बैठक में तय हुआ कि ज्ञानवापी परिसर स्थित पुराने बाथरूम को तोड़ कर उसे शौचालय बना दिया जाए।

उसके ऊपर पानी की टंकी रख कर और टोटी लगाकर वजू के लिए व्यवस्था कर दी जाए। इसकी जानकारी पाकर बुधवार को श्री आदि महादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास सहित अन्य संगठनों से जुड़े लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और विरोध दर्ज कराए। 

श्रृंगार गौरी प्रकरण की चार महिलाओं ने जताई आपत्ति

Hinduist organizations protest against facility of Vaju in Gyanvapi campus protest in varanasi DM Portico

डीएम पोर्टिको में प्रदर्शन करते लोग - फोटो : newspoit24

ज्ञानवापी-मां श्रृंगार  गौरी प्रकरण की वादिनी रेखा पाठक, मंजू व्यास, सीता साहू और लक्ष्मी देवी ने अपने अधिवक्ताओं के साथ बुधवार को जिलाधिकारी से मुलाकात की। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रम में जिलाधिकारी ने मुस्लिम पक्ष के बाद उनकी भी बातें सुनीं। वादिनी महिलाओं ने जिलाधिकारी से कहा कि 16 मई 2022 को ज्ञानवापी में एडवोकेट कमिश्नर की कमीशन की कार्रवाई के दौरान प्राचीन शिवलिंग मिला था।

अदालत के आदेश से वह स्थान सील किया गया है। ऐसे में जब यह स्पष्ट है कि वहां हमारी आस्था के प्रतीक आदि विश्वेश्वर का शिवलिंग है तो वहां वजू और शौचालय की सुविधा कैसे उपलब्ध कराई जा सकती है। चारों महिलाओं ने कहा कि ज्ञानवापी परिसर में किसी भी सूरत में शौचालय और वजू की व्यवस्था हमें स्वीकार नहीं है। हम इसका विरोध करते रहेंगे।

डीएम बोले- विकल्पों पर हो रहा विचार

जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने कहा कि दोनों पक्षों की बात सुनी गई है। दोनों पक्ष के बीच आम सहमति बनाने का प्रयास किया गया है। विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही उचित निर्णय लेकर अदालत के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। 

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