ज्ञानवापी : टैंक की सफाई का काम पूरा, 26 लोगों की टीम ने 2 घंटे में पानी निकाला,  डीएम वाराणसी मौजूद

ज्ञानवापी : टैंक की सफाई का काम पूरा, 26 लोगों की टीम ने 2 घंटे में पानी निकाला,  डीएम वाराणसी मौजूद

वजूस्थल की सफाई के बाद मछिलियों का बाहर निकाला गया। इसमें से कई मछलियां मृत पाई गंई, जिसे नगर निगम को सौंप दिया गया। वहीं जिंदा मछलियों को प्रशासन की मौजूदगी में मुस्लिम पक्ष को सौंप दिया गया।

इसके बाद पूरे परिसर को फिर से सील कर दिया गया है। संरचना से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। दोनों पक्षों ने संतुष्टी के साथ हस्ताक्षर किया।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

वाराणसी । ज्ञानवापी परिसर में वजूस्थल पर बने टैंक की सफाई का काम पूरा कर लिया गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नगर पालिका मत्स्य विभाग समेत 26 सदस्यीय टीम ने सफाई का काम पूरा किया। मौके पर वाराणसी के डीएम मौजूद रहे। इस दौरान CRPF और पुलिस की तगड़ी सुरक्षा रही।

वजूस्थल की सफाई के बाद मछिलियों का बाहर निकाला गया। इसमें से कई मछलियां मृत पाई गंई, जिसे नगर निगम को सौंप दिया गया। वहीं जिंदा मछलियों को प्रशासन की मौजूदगी में मुस्लिम पक्ष को सौंप दिया गया।

इसके बाद पूरे परिसर को फिर से सील कर दिया गया है। संरचना से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। दोनों पक्षों ने संतुष्टी के साथ हस्ताक्षर किया।

हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने DM से मांग की कि टैंक की मछलियां भगवान की हैं। उन्हें गंगा में प्रवाहित कर दिया जाए। हालांकि, DM ने कहा कि टैंक में मिलने वाली मछलियों पर मुस्लिम पक्ष का दावा है। उनका कहना है कि जो मछलियां जीवित निकलेंगी, वह उन्हें सौंपी जाएं।

17 जनवरी को हिंदू पक्ष की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने DM की देख-रेख में टैंक की सफाई करने का आदेश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि टैंक में मिली संरचना से छेड़खानी नहीं होनी चाहिए।

दरअसल, हिंदू पक्ष का दावा है कि टैंक में मिली संरचना शिवलिंग है, जबकि मुस्लिम पक्ष इसे फव्वारा बता रहा है। विवाद के चलते मई-2022 से वजूस्थल पर बना टैंक सील है।

टैंक की सफाई की शनिवार सुबह 10 बजे शुरू हुई, जो दोपहर तक चलेगी। इसकी फोटो और वीडियोग्राफी करवाई जा रही है। टैंक से पानी निकालने के लिए फायर बिग्रेड की गाड़ियों को भी बुलाया गया है।

26 लोगों की जो टीम अंदर है, उसमें 15 निगम के सफाई कर्मी हैं। इसके अलावा CRPF कमांडेंट, हिंदू और मुस्लिम पक्ष के वादी और वकील मौजूद हैं।

4 तस्वीरें देखिए...

ज्ञानवापी परिसर के बाहर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात है।

ज्ञानवापी परिसर के बाहर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात है।

15 सफाई कर्मी टैंक की सफाई कर रहे हैं। 3 मोटर से पानी निकाला जा रहा है।

15 सफाई कर्मी टैंक की सफाई कर रहे हैं। 3 मोटर से पानी निकाला जा रहा है।

जहां पर सफाई हो रही है। वहां सिर्फ 26 लोग हैं। इसमें 15 सफाईकर्मी शामिल हैं।

जहां पर सफाई हो रही है। वहां सिर्फ 26 लोग हैं। इसमें 15 सफाईकर्मी शामिल हैं।

 

टैंक से पानी निकालने के लिए फायर बिग्रेड की गाड़ियों को भी बुलाया गया है।

वकील विष्णुशंकर जैन ने दाखिल की थी याचिका
2 जनवरी 2024 को हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इसमें ज्ञानवापी परिसर में मिले कथित शिवलिंग के सील वाले इलाके की साफ-सफाई को लेकर मांग की थी। उन्होंने दावा किया कि कथित शिवलिंग के पास मौजूद पानी के टैंक में मछलियां मर गई हैं। उसे मई 2022 से साफ नहीं किया गया। इस पर मंगलवार यानी 17 जनवरी को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सफाई का आदेश दिया।

16 मई को मिला था कथित शिवलिंग
वाराणसी कोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी परिसर का 2022 में 6 से 16 मई के बीच कमिश्नर सर्वे हुआ था। इस दौरान वजूस्थल पर कथित शिवलिंगनुमा आकृति मिली थी। इस आकृति को हिंदू पक्ष ने शिवलिंग बताते हुए कोर्ट में अर्जी देकर उस स्थान को सील करने की मांग उठाई थी। तर्क था कि मुस्लिम पक्ष छेड़छाड़ कर सकता है। इसके बाद सिविल जज सीनियर डिवीजन ने तत्काल प्रभाव से वजूस्थल को सील करने का आदेश दिया था।

इसके अगले दिन यानी 17 मई को DM ने वजूस्थल को सील कर दिया था। CRPF को वजूस्थल की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी थी। तब से वजूस्थल में 24 घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। ​​​​​​इसके बाद हिंदू पक्ष ने वजूस्थल को छोड़कर संपूर्ण परिसर का सर्वे कराने की कोर्ट की मांग की थी।

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