दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर में दर्शनार्थियों के साथ बदसलूकी की सीएम पोर्टल पर फर्जी शिकायत ,जांच में सच आया सामने 

दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर में दर्शनार्थियों के साथ बदसलूकी की सीएम पोर्टल पर फर्जी शिकायत ,जांच में सच आया सामने

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ


दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर में दर्शनार्थियों के साथ बदसलूकी की सीएम पोर्टल पर फर्जी शिकायत ,जांच में सच आया सामने 

वाराणसी।  काशी में केवल बाबा भोलेनाथ का ही मंदिर नहीं है बल्कि यहां मां दुर्गा का दिव्य और पुरातन मंदिर भी है। इस मंदिर का उल्लेख काशी खंड में भी देखने को मिलता है। लाल पत्थरों से बने इस दिव्य मंदिर के एक तरह दुर्गा कुंड भी है। इस मंदिर में माता के कई स्वरूपों का दर्शन करने का सौभाग्य मिलता है। इसकी भव्यता ऐसी है कि कहा जाता है कि मंदिर परिसर में जाने वाले भक्त मां की प्रतिमा को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। मंदिर में एक अलग तरह की सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह महसूस होता है।

दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर में दर्शनार्थियों के साथ बदसलूकी की शिकायत सीएम पोर्टल पर की गई , इस खबर के प्रकाशित होने के बाद newspoint 24 के रिपोर्टर ने मंदिर परिसर में जब हकीकत जानने की कोशिश कि तो पता चला की कथित प्रकाशित खबर पूरी तरह से फर्जी है। मंदिर के प्रबंधन ने मंदिर में मोबाईल ,और अन्य उपकरणों के साथ दुर्गा मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा रखी है। मोबाईल जमा करने के लिए बकायदा लॉकर लगे हैं। वहीं दूसरी और कथित प्रकाशित खबर में बताया गया है की मोबाईल जमा करने की कोई सूचना नहीं लगी है।  

duraga mnadir

( शिकायतकर्ता के चहरे की मुस्कान बता रही है की मंदिर परिसर में कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया गया   )  

durga

(शिकायतकर्ता नेमि एसएच वाजपेयी)

गौरतलब है की विगत बुधवार को दुर्गा मंदिर में दर्शन करने पहुंचे नेमि एसएच वाजपेयी ने यहआरोप  लगाया कि मंदिर में तैनात सुरक्षा कर्मचारियों ने मोबाईल जमा करवाने के नाम पर उनके साथ बदसलूकी की ,इस बात की जांच Newspoint24 संवाददाता ने अपने स्तर पर की तो पता चला की नेमि एसएच वाजपेयी ने जो आरोप लगाए है वो निराधार है। मंदिर के प्रबंधन ने मंदिर में मोबाईल ,और अन्य उपकरणों के साथ दुर्गा मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा रखी है , जो सभी के लिए लागु है , जब तैनात सुरक्षा कर्मचारियों ने मोबाईल जमा करने की बात कही तो वाजपेयी जी भड़क गए और
सुरक्षा कर्मचारियों से अभद्र व्यवहार करने लगे। इस बीच मंदिर के प्रबंधन के पधाधिकारियों ने जब बीच बचाव का प्रयास किया तो उन पर भी भड़क गए। 


तस्वीरों में साफ साफ दिख रहा है की नेमि एसएच वाजपेयी के साथ मंदिर परिसर में कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया गया है।         
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