SGPGI के डॉक्टरों ने कंधे से कटे हाथ को जोड़ा:हाथ को 48 घंटे तक वैंटिलेटर पर रखा; 7 दिनों तक ICU में भर्ती रही 10 साल की बच्ची

SGPGI के डॉक्टरों ने कंधे से कटे हाथ को जोड़ा:हाथ को 48 घंटे तक वैंटिलेटर पर रखा; 7 दिनों तक ICU में भर्ती रही 10 साल की बच्ची
लखनऊ के निगोहा में रहने वाली 10 साल की बच्ची का दाहिना हाथ 23 फरवरी को तेल निकालने की मशीन में अचानक से फंस गया। जो कट कर पूरी तरह से अलग हो गया था। माता-पिता शाम करीब साढ़े 5 बजे एपेक्स के ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

लखनऊ । SGPGI के डॉक्टरों ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। सोमवार को नायाब सर्जरी करके 10 साल की बच्ची के कंधे से कटे हाथ को दोबारा से जोड़ दिया। इसे सर्जरी डिपार्टमेंट के डॉक्टरों की टीम ने किया। सर्जरी के बाद बच्ची के कटे हुए हाथ ही नियमित निगरानी की गई।

48 घंटे तक उसको वैंटिलेटर पर रखा गया। इसके बाद अगले 7 दिनों तक ICU में भर्ती रही। हर दिन ड्रेसिंग की गई। अन्य जरूरी इंजेक्शन और दवाएं दी। कटे हुए हाथ में वापस से ब्लड सर्कुलेशन शुरू होने के बाद पीएमएसएसवाई में शिफ्ट कर दिया गया। कुछ दिनों बाद उसकी छुट्टी कर दी गई है। SGPGI में इस तरह की पहली सर्जरी हुई है।

23 फरवरी मशीन से कट गया था हाथ
लखनऊ के निगोहा में रहने वाली 10 साल की बच्ची का दाहिना हाथ 23 फरवरी को तेल निकालने की मशीन में अचानक से फंस गया। जो कट कर पूरी तरह से अलग हो गया था। माता-पिता शाम करीब साढ़े 5 बजे एपेक्स के ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे।

यहां प्लास्टिक सर्जरी और एनेस्थीसिया के डॉक्टर की टीम ने मरीज और उसके कटे हुए दाहिने हाथ की जांच की। उसे ऑपरेशन थिएटर में शिफ्ट कर दिया गया। कटे हुए हाथ की ऑपरेशन थिएटर में लाकर सफाई की। इसके बाद कटे हाथ को जोड़ने की तैयारी शुरू की

SGPGI के एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में 10 साल की बच्ची के साथ सर्जरी करने वाले डॉक्टरों की टीम।

SGPGI के एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में 10 साल की बच्ची के साथ सर्जरी करने वाले डॉक्टरों की टीम।

चार घंटे तक चला ऑपरेशन

बच्ची के हाथ को जोड़ने में प्लास्टिक सर्जरी विभाग और बेहोशी देने वाले डॉक्टर शामिल हुए। 4 घंटे से ज्यादा यह जटिल ऑपरेशन चला। प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर अंकुर भटनागर कुमार की टीम ने माइक्रोवस्कुलर सर्जरी की तकनीक से वापस हाथ जोड़ने में कामयाब रहे। हाथ कटने के कारण बच्ची का काफी मात्रा में खून बह गया था। इसलिए उसे 3 यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया।

प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रो.अंकुर भटनागर, डॉक्टर अनुपमा सिंह, डॉक्टर राजीव भारती के अलावा सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर तंजूम कांबोज, डॉक्टर भूपेश गोगिया, डॉक्टर गौतम, आर्थो के डॉक्टर केशव, डॉक्टर सिद्धार्थ, ट्रॉमा के एनेस्थीसिया और इंटेंसिवकेयर टीम के डॉक्टर प्रतीक, डॉक्टर वंश, डॉक्टर रफत, डॉक्टर सुरुचि सहित OT टीम और आईसीयू के रेजिडेंट स्टाफ थे।

शरीर का कोई अंग कटे तो क्या करें

  • सबसे पहले कटे हुए भाग को किसी साफ कपड़े में रख, तुरंत उसे बर्फीले पानी में रखे।
  • कटे हुए भाग पर साफ कपड़ा बांध दे अथवा ड्रेसिंग कर दें।
  • बिना किसी देरी के पास के अस्पताल में जाए जहां पर रीप्लांटेशन की सुविधा मौजूद हो।
  • कटे हुए अंग को जोड़ने का गोल्डन पीरिएड 6-8 घंटे का होता हैं। इस दौरान रीइम्प्लांट करने पर रिजल्ट अच्छा होता हैं इसलिये देरी नहीं करनी चाहिए।

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