'मुझे जेल भेजा जा सकता है' अखिलेश यादव के बयान पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद बोले- उनका बस चले तो मेरी हत्या करवा दें

'मुझे जेल भेजा जा सकता है' अखिलेश यादव के बयान पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद बोले- उनका बस चले तो मेरी हत्या करवा दें
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जो गलत करता है वह जेल जाता है। अखिलेश यादव के जेल जाने की कोई जानकारी मेरे संज्ञान में नहीं है। फर्जी सहानुभूति न बटोरी जाए और पार्टी पर ध्यान दिया जाए। 2024 में सपा का सफाया हो जाएगा, इस तरह की बयानबाजी से पार्टी का कोई फायदा होने वाला नहीं है। अब उनके पतन का समय आ गया है। अखिलेश यादव के मन के अंदर मेरे लिए बहुत जहर भरा हुआ है।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

लखनऊ ।   यूपी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के द्वारा पलटवार किया गया है। अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आशंका जताई थी कि यूपी सरकार उन्हें जेल भेज सकती है। उन्होंने कहा था कि सरकार लगातार समाजवादी पार्टी के नेताओं का उत्पीड़न कर रही है। वहीं इस पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है।

 

'फर्जी सहानुभूति न बटोरे अखिलेश यादव, 2024 में होगा सपा का सफाया'

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जो गलत करता है वह जेल जाता है। अखिलेश यादव के जेल जाने की कोई जानकारी मेरे संज्ञान में नहीं है। फर्जी सहानुभूति न बटोरी जाए और पार्टी पर ध्यान दिया जाए। 2024 में सपा का सफाया हो जाएगा, इस तरह की बयानबाजी से पार्टी का कोई फायदा होने वाला नहीं है। अब उनके पतन का समय आ गया है। अखिलेश यादव के मन के अंदर मेरे लिए बहुत जहर भरा हुआ है। उनकी भावना कई लोगों के साथ मिलकर पता नहीं कैसी हो गई है। उनका बस चले तो वो मेरी हत्या करवा दें।

'जब यह पक्षी को नहीं छोड़ सकते तो किसी को नहीं छोड़ेंगे, सबके जेल में डाल देंगे'

गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा था कि भाजपा सरकार आजम खान और उनके परिवार का लगातार उत्पीड़न कर रही है। यह उत्पीड़न सिर्फ इसलिए हो रहा है क्योकि वह सपा के नेता हैं। वहीं उन्होंने एक अन्य उदाहरण देते हुए कहा कि वह कानपुर के विधायक से मिलने गए तो उनका ट्रांसफर दूसरे जेल कर दिया गया। अखिलेश यादव ने इसी बीच कहा था कि सरकार उन्हें भी जेल भेज सकती है। अमेठी के आरिफ का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने सारस पक्षी की सेवा की और उससे मित्रता की, लेकिन उनसे वह पक्षी छीन लिया गया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मैं इनसे मिलने और बधाई देने के लिए पहुंचा था। क्या यही लोकतंत्र है? लोग सारस को पकड़ ले गए और उसे कैद करके रखा। जब यह पक्षी को नहीं छोड़ सकते तो किसी को नहीं छोड़ेंगे। हम सभी को जेल में डाल देंगे।

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