यूपी में मौसम का बदला मिजाज:  किसानों के लिए तबाही लेकर आया, कई शहरों में ओलावृष्टि

बुंदेलखंड की पठारी धरती पर मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया। बुधवार की दोपहर करीब ढाई बजे आधा घंटे तक रिमझिम बारिश हुई। हालांकि, बारिश थमने के बाद कुछ देर के लिए धूप निकली लेकिन शाम करीब साढ़े पांच बजे एक बार फिर बारिश शुरू हो गई। इस दौरान शहर में हल्के ओले भी गिरे। बारिश के चलते गलियां व सड़कें जलमग्न हो गईं।

 Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

लखनऊ।  यूपी के कई शहरों में मौसम का बदला मिजाज किसानों के लिए तबाही लेकर आया। महोबा जिले में बुधवार की शाम बारिश के साथ करीब दस मिनट हुई ओलावृष्टि से महोबकंठ क्षेत्र के करीब दस गांवों की फसलें बर्बाद हो गईं। खेतों में खड़ी गेहूं की फसल जहां बिछ गईं। वहीं बारिश से चना और मटर की फसल प्रभावित हुई है। जिससे किसान अपनी किस्मत पर आंसू बहा रहे हैं।



बुंदेलखंड की पठारी धरती पर मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया। बुधवार की दोपहर करीब ढाई बजे आधा घंटे तक रिमझिम बारिश हुई। हालांकि, बारिश थमने के बाद कुछ देर के लिए धूप निकली लेकिन शाम करीब साढ़े पांच बजे एक बार फिर बारिश शुरू हो गई। इस दौरान शहर में हल्के ओले भी गिरे। बारिश के चलते गलियां व सड़कें जलमग्न हो गईं। उधर, यूपी-एमपी की सीमा के निकट स्थित जिले के महोबकंठ क्षेत्र में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से फसलें तबाह हो गई। बगरौनी, चौका, सौरा, रावतपुराकलां, मानकी, कुआंखेड़ा, गाडो समेत दस गांवों में ओले गिरने से खेतों में खड़ी फसल बिछ गई।

 

मौसम के अचानक बदलने से शीतलहर का प्रकोप फिर से शुरू हो गया है। बारिश से किसान परेशान हैं। इस समय मटर की कटाई चल रही है और चने की फसल में फूल आना शुरू हो गए हैं। अचानक बारिश होने से फसल के खराब होने का अंदेशा हो गया है। वहीं चने की फसल में फूल झड़ने से उत्पादन कम होने की आशंका है। किसान सुंदर, हरि सिंह, नेपाल आदि का कहना है की गेहूं की फसल में पानी तो लगा लेकिन फसल गिरने से खराब होने का डर है। वहीं चना और मटर में काफी ज्यादा नुकसान है। कृषि विज्ञान केंद्र बेलाताल के वैज्ञानिक एसपी सोनकर का कहना है कि आगामी दो दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। आसमान में बादलों की आवाजाही होती रहेगी। कहीं-कहीं रिमझिम बारिश की भी संभावना है। उधर, उपकृषि निदेशक डॉ. अभय कुमार सिंह यादव का कहना है कि जिन गांवों में ओलावृष्टि की सूचना है। वहां सर्वे कराकर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

तेज आंधी में 33 हजार के पोल, इंसुलेटर टूटे, 20 घंटे से आपूर्ति बाधित
फतेहपुर जिले के बहुआ में तेज आंधी से 33 हजार लाइन के पोल और इंसुलेटर टूटने से विद्युत उपकेंद्र बहुआ, दतौली उपकेंद्र की आपूर्ति 20 घंटे से बाधित है। इससे दोनों उपकेंद्रों से जुड़े करीब 100 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप है। मंगलवार रात 10 बजे तेज आंधी आने से दरवेशाबाद ट्रांसमिशन से विद्युत उपकेंद्र बहुआ और दतौली उपकेंद्र को आने वाली 33 हजार की लाइन के ऊपर आम का पेड़ गिरने से दो बिजली के पोल चकहैबतपुर गांव के पास टूट गए और छह बिजली के पोल के तार टूटकर गिर गए हैं। 13 जगहों पर इंसुलेटर टूटने से आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई है।

मंगलवार रात 10 बजे से बुधवार शाम छह बजे तक बिजली आपूर्ति नहीं बहाल हो पाई। सुबह से ही बिजली कर्मचारी आम का गिरा पेड़ हटाने में लगे रहे। टूटे बिजली के नए पोल लगाकर तार खींचे जा रहे हैं। 20 घंटे बाद भी बिजली सप्लाई बहाल नहीं हो सकी है। बिजली सप्लाई बाधित रहने से विद्युत उपकेंद्र बहुआ के ललौली फीडर, शाह फीडर, पथरी फीडर, बहुआ फीडर, हरियापुर फीडर, मुत्तौर फीडर, पखरौली फीडर, थवाई फीडर तथा दतौली उपकेंद्र के जिवकरा फीडर, दतौली फीडर, भोदर फीडर करीब 100 गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित है। गाजीपुर एसडीओ अभिनव कुमार ने बताया कि जल्द ही आपूर्ति बहाल कराई जाएगी।

Share this story