काशी विश्वनाथ में बाबा की आरती हुई महंगी:1 मार्च से भक्तों को मंगला आरती के 500 रुपए देने होंगे; श्रद्धालुओं की भीड़ को वजह बताया

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा की आरती महंगी हो गई है। मंगला आरती के लिए भक्तों को 150 रुपए ज्यादा देने होंगे। यानी अब 350 की जगह 500 रुपए देने होंगे। वहीं, सप्त ऋषि आरती, श्रृंगार भोग आरती और मध्यान्ह भोग आरती के टिकट में 120 रुपए की वृद्धि की गई है। इन आरती के लिए 180 की जगह 300 रुपए देने होंगे। नया रेट 1 मार्च से लागू हो जाएगा।
बुधवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की 104वीं बोर्ड बैठक में यह निर्णय लिया गया। इससे पहले 2018 यानी 5 साल पहले मंगला आरती का टिकट 100 रुपए बढ़ाया गया था। तब टिकट 250 रुपए था। न्यास बोर्ड ने बताया कि मंदिर में बढ़ते श्रद्धालुओं को देखते हुए टिकट के दामों में बढ़ोतरी की जा रही है।
CEO सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि सिर्फ आरती के रेट में वृद्धि की गई है। इसके अलावा, रुद्राभिषेक और प्रसाद में कोई वृद्धि नहीं हुई है। गौरतलब है कि मंदिर कॉरिडोर बनने के बाद भक्तों की संख्या करीब 8 गुना बढ़कर 8 करोड़ हो गई है। वहीं, मंदिर का सालाना 8 से 10 करोड़ का चढ़ावा अब 10 गुना बढ़कर 105 करोड़ रुपए हो चुका है।
मंगला आरती के लिए 250 सीटें, 15-20 दिन पहले बुकिंग
मदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों ने बताया कि मंगला आरती की 250 सीटें हैं। इनकी ऑनलाइन बुकिंग होती है। यह सीटें 15-20 दिन पहले ही भर जा रही थी। बहुत सारे लोग आते नहीं थे। कीमतें बढ़ने से बुकिंग में कमी आएगी। उम्मीद है कि 5-7 दिन पहले तक भक्तों को मंगला आरती का टिकट मिल जाएगा।
इस साल दान में मिले 105 करोड़, 40 करोड़ खर्च होंगे
CEO सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि विश्वनाथ मंदिर को इस साल यानी 2022-23 में 105 करोड़ रुपए का दान मिला हैं। वहीं, इस साल खर्च का बजट 40 करोड़ रखा गया है। मंदिर में लगातार भक्तों की सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। बोर्ड बैठक में मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडे, मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, डीएम एस. राजलिंगम मौजूद रहे हैं।
अर्चकों और पुजारियों का होगा ड्रेस कोड
मंदिर में बढ़ती भीड़ को देखते हुए अर्चक और पुजारी अलग नजर आए। वे एक जैसे दिखें, इसलिए उनका ड्रेस कोड निर्धारित किए गया है। 2 सेट ड्रेस ट्रस्ट की ओर से उनको दिए जाएंगे। बोर्ड द्वारा श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में पूरे साल के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन किए जाने के लिए कैलेंडर तैयार किया जाएगा। एक इंटरनल कमेटी का गठन कर ट्रस्ट की डायरी मार्च महीने में छपवाने की तैयारी की जा रही है।
(वाराणसी के कमिश्नरी सभागार में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की 104वीं बैठक हुई।)
मैदागिन और गोदौलिया मंदिर तक चलेंगे ई-रिक्शा
न्यास की बैठक में सदस्यों ने मैदागिन और गोदौलिया से ई-रिक्शा चलाने का फैसला लिया है। यहां पर भीड़ होने से वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है। इस वजह से दर्शनार्थियों को मंदिर तक पहुंचने में दिक्कत होती है। बोर्ड बैठक में तय हुआ कि इसकी फिजिबिलिटी चेक कराकर नगर निगम या ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस काम को कराने में सहयोग दिया जाएगा।
रुद्राभिषेक, प्रसाद के रेट में कोई वृद्धि नहीं
मंदिर प्रबंधन के मुताबिक, रुद्राभिषेक के टिकट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसके टिकट की कीमत 450 रुपए से लेकर 2600 रुपए और उससे अधिक है। यह अंतर शास्त्री की संख्या के आधार पर बदलता है। मलसन, एक शास्त्री के साथ रुद्राभिषेक में 450 रुपए लगेंगे। वहीं, 11 शास्त्री के साथ रुद्राभिषेक में पहले की तरह 5500 रुपए लिए जाएंगे।
कॉरिडोर बनने के बाद 8 गुना बढ़े भक्त
विश्वनाथ कॉरिडोर का इनॉगरेशन 13 दिसंबर 2021 को हुआ था। मंदिर प्रशासन ने 25 नवंबर 2022 को एक डेटा जारी किया गया था। इसके मुताबिक, करीब 8 करोड़ भक्तों ने मंदिर के दर्शन किए। वहीं, मंदिर प्रशासन ने बताया कि कॉरिडोर से पहले सालभर में करीब एक करोड़ भक्त मंदिर पहुंचते थे। यानी, कॉरिडोर बनने के बाद भक्तों की संख्या में 8 गुना की वृद्धि हुई है।
मंदिर प्रशासन के मुताबिक, कॉरिडोर से पहले मंदिर में सालाना 10 से 12 करोड़ का चढ़ावा चढ़ता था। कॉरिडोर बनने के बाद यह चढ़ावा 105 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। इसमें ऑनलाइन दान, सोना-चांदी, दान-पात्र, संपत्ति दान सभी हैं।