वाराणसी : केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने IIT-BHU में लगाए छक्के-चौक्के

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
वाराणसी । केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में मैत्री क्रिकेट का उद्घाटन किया। उन्होंने इस दौरान मैच में अपना हाथ भी अजमाया। खुद क्रिकेट खेलते हुए चौके-छक्के भी जड़े। वहीं बॉलिंग भी की। आज काशी-तमिल संगमम में मैत्री मैच के दौरान यूपी और तमिलनाडु के बीच IIT-BHU ग्राउंड पर क्रिकेट मैच खेला गया।
(IIT-BHU के ग्राउंड पर आज केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने बॉलिंग की।)
केंद्रीय मंत्री ने खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया। इसके बाद अनुराग ठाकुर BHU के एंफीथिएटर ग्राउंड पर पहुंचे, जहां पर आज देश भर में पहला भारतीय भाषा उत्सव मनाया जा रहा है।
(केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भीड़ के साथ बैठकर काशी-तमिल संगमम के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया।)
वहां उन्होंने भीड़ के बीच में बैठकर पूरे रंगारंग कार्यक्रम को एंजॉय किया। तमिल कलाकारों के ढोल के धुनों को सुनकर मंत्री काफी मुग्ध नजर आए। आज यहां पर काशी और तमिलनाडु के प्रख्यात महाकवि 'भारतियार' सुब्रमण्यम भारती की 140वीं जयंती पर यह दिवस मनाया जा रहा है। इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी-तमिल संगमम के उद्घाटन पर की थी। आज उत्सव का उद्घाटन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर और पश्चिम बंगाल और मणिपुर के गवर्नर लेफ्टिनेंट गणेश ने किया।
(केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि काशी-तमिल संगमम में खेलों के लिए 8 दिन दिया गया है। इससे यूपी और तमिल खिलाड़ियों में काफी उत्साह भर गया है।)
अनुराग ठाकुर ने कहा कि तमिल दुनिया की प्राचीनतम भाषा में से एक हैं। यह संगमम संस्कृति, साहित्य और संस्कृत इन सबका मेल है। तमिलनाडु से आ रहे कलाकार, साहित्यकार, विद्वान, व्यापारी के साथ ही खेलों को भी इस संगमम से जोड़ दिया है। यूपी और तमिलनाड़ के युवाओं में उत्साह भर गया है। यह दिखाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए खेल और युवा कितने महत्वपूर्ण हैं।
(भारतीय भाषा उत्सव दिवस का पोस्टर।)
भाषा उत्सव के इस कार्यक्रम में भारतियार के परिवार की संगीतकार डॉ. जयंती मुरली ने सुब्रमण्या गीत गाया। कार्यक्रम के दौरान उनके परिवार के सभी सदस्यों का स्वागत और सम्मान किया गया। मंत्री अनुराग ठाकुर और राज्यपाल द्वारा दिया जा रहा यह सम्मान देश भर से आए तमिल विद्वान और डेलीगेट्स देख रहे हैं।
(काशी विद्यापीठ में भारतीय भाषा उत्सव पर महाकवि सुब्रह्मण्य भारती की जयंती मनाई गई।)
भागवत गीता और पतंजलि सूत्रों का किया तमिल अनुवाद
काशी विद्यापीठ में भारतीय भाषा उत्सव पर महाकवि सुब्रह्मण्य भारती की जयंती मनाई गई। विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि महाकवि भारती ने उत्तर और दक्षिण के बीच एक पुल का काम किया है। महाकवि भारती ने भागवत गीता का तमिल अनुवाद कर अपनी प्रतिभा का लोहा पूरे देश में मनवाया था। प्रोग्राम कोआर्डिनेटर डॉ. वीणा वादिनी ने महाकवि द्वारा पतंजलि सूत्रों के तमिल अनुवाद की बात की।