लखनऊ में होटल की 5वीं मंजिल पर चल रहा था खेल, विस्फोट ने खोल दिए कई राज, हैरान करने वाला सच आया सामने

78

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ  

लखनऊ। एलपीजी सिलेंडर की अवैध तरीके से होटला के पांचवें माले पर की गई सप्लाई से बड़ा हादसा सामने आया। बाराबिरवा इलाके में स्थित इंपीरियो ग्रांड होटल के किचन में शुक्रवार की शाम को तेज धमाका देखने को मिला। नोजल में हुआ यह धमाका इतना जोरदार था कि 10 से भी ज्यादा लोग घायल हो गए।

इस बीच बिल्डिंग का कांच गिरने से कई गाड़ियों में भी नुकसान देखा गया। मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। हालांकि गनीमत रही कि आग के विकराल रूप धारण करने से पहले उस पर काबू पा लिया गया। 

किसी का फटा सिर तो किसी का चेहरा झुलसा 

मामले को लेकर प्रभारी निरीक्षक कृष्णानगर विक्रम सिंह ने जानकारी दी कि शुक्रवार को देर शाम यह घटना सामने आई। यहां किचन में गैस का नोजल फट गया और इसके चलते किसी का सिर फट गया तो किसी का चेहरा झुलस गया।

हादसे में नीतू, शिवांगी, पवन, हिमांशु, रौनक, राजकमल, इस्लामुद्दीन, रोहन, शुभम, ओम प्रकाश घायल हुए हैं। इस सभी घायलों को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं इस घटना के बाद होटल मालिक शिवम गुप्ता से संपर्क किया जा रहा है।

हमीरपुर निवासी शिवम गुप्ता के पिता उच्चाधिकारी हैं और उनकी गैरमौजूदगी में होटल मैनेजर अभिषेक सिंह के द्वारा ही सारा कामकाज देखा जाता है। 

होटल के बाहर गाड़ियों पर गिरा कांच का हिस्सा 

होटल में हुए इस धमाके के बाद अफरा-तफरी का माहौल देखा गया। इस बीच किचन में लगा कांच भी होटल के बाहर गाड़ियों पर आकर गिर गया। इसके चलते कई गाड़ियों को भी नुकसान हुआ। गनीमत रही कि होटल के 20 कमरों में से तीन ही बुक थे। हादसे के वक्त किसी भी कमरे में लोग मौजूद नहीं थे।

हादसे में जो भी लोग घायल हुए हैं उसमें गैस पाइपलाइन को सही करने वाले लोग और अन्य कर्मचारी हैं। धमाके के बाद हाई वोल्टेज लाइन का तार भी टूटकर जमीन पर गिर गया। हालांकि जानकारी होने के बाद विद्युत की सप्लाई को बंद करवाया गया। 

शोपीस साबित हुए आग से निपटने के इंतजाम 

इस घटना के बाद पता लगा कि होटल में आग से बचाव के कोई भी उपकरण नहीं थे। आग से बचाव के लिए पाइप में पानी की सप्लाई का कोई कनेक्शन ही नहीं था। होटल के ऊपरी तल पर जाने के लिए मेन गेट से होकर जाना पड़ा।

उसकी एक ही एंट्री थी जिसे भी होटल प्रशासन के द्वारा बंद कर रखा गया था। ऐसे में अगर हादसा भयावाह होता तो स्थिति और भी खतरनाक होती। फायर एग्जिट वाले रास्ते पर बालकनी बनाकर रखा गया था।

Share this story