बीएचयू से अपहृत साड़ी कारोबारी की हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार
 

बीएचयू से अपहृत साड़ी कारोबारी की हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ 

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से अपहृत साड़ी कारोबारी महमूद आलम (50) की हत्या कर शव चुनार पुल के पास गंगा में फेंक दिया गया। पुलिस टीम ने छानबीन के बाद घटना में शामिल तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इसमेें एक महिला भी शामिल है।

बुधवार को भेलूपुर पुलिस ने तीनों को मीडिया के सामने पेश किया। अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय और अपराध) संतोष सिंह ने बताया कि 15 जनवरी को भेलूपुर गौरीगंज के साड़ी कारोबारी महमूद आलम अचानक लापता हो गए थे।

महमूद के बेटे फैजान आलम ने पिता के अपहरण की आशंका जताते हुए थाने में तहरीर दिया था। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर भेलूपुर पुलिस ने छानबीन के साथ सर्विलांस,सीसीटीवी फुटेज और क्राइम ब्राच की मदद से आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में आरोपितों बाग बरियार थाना चेतगंज निवासी अनिरूद्ध पांडेय 'अन्नू', प्रेमचंद नगर कालोनी पांडेयपुर निवासी अजली पांडेय उर्फ दिव्या सिंह, कादीपुर लिलारी कोपागंज मउ निवासी प्रवीण चौहान उर्फ प्रेम ने अपने जुर्म को स्वीकार कर लिया।

आरोपी प्रवीण चौहान ने बताया कि पहले वह साइंस सिटी से जुड़ा हुआ था। परन्तु कम्पनी के भाग जाने के बाद वह चौक वाराणसी में साड़ी के गद्दी में काम करने लगा। इसी दौरान साड़ी कारोबारी महमूद आलम के बारे में जानकारी हुई। इसके बाद उसने अपने साथी अनिरूद्ध और उसकी पत्नी अंजली को कारोबारी के बारे में बता उसके अपहरण की योजना बनाई।

योजना के तहत अंजली ने बीमा एजेंट बनकर साड़ी कारोबारी को अपने जाल में फंसाया । फिर धीरे—धीरे फोन काल कर उससे सम्पर्क बढ़ाया। 13 जनवरी को उसने नया फोन खरीदा। फिर फर्जी सिम का इस्तेमाल कर साड़ी कारोबारी को बुलाया। इस पर व्यापारी ने कहा कि वह बीएचयू में है।

जानकारी मिलते ही तीनों बीएचयू विश्वनाथ मंदिर परिसर में पहुंचे और वहां कारोबारी को बुलाया। व्यापारी मंदिर में स्कूटी से पहुंचा तो अंजली ने वाहन वहीं खड़ी करवा कर उसे अपने कार में बैठा लिया। कुछ दूर आगे जाने पर तीनों ने व्यापारी का हाथ पैर बांध कर उसे वाहन के सीट के नीचे लेटाकर जौनपुर चले गये। एकांत जगह पर गाड़ी रोक तीनों ने व्यापारी से 20 लाख रूपये फिरौती की मांग की।

व्यापारी ने कहा कि इतना रूपया उसके पास नही है। तो तीनों ने आठ लाख रूपये की मांग कर व्यापारी से घर फोन कराया। फोन पर व्यापारी ने अपने बेटे से कहा कि मुश्किल में है। आठ लाख रूपये का इंतजाम करों। बेटे ने संदेह होने पर फिर बात करनी चाही तो फोन काट दिया गया।

इसके बाद तीनों ने व्यापारी के एटीएम से 90 हजार रूपये निकलवाये। इसके बाद फोन को चंदवक में सड़क किनारे फेंक दिया। फिर मोहनसराय से तीनों कार से व्यापारी को लेकर चुनार पहुंचे । यहां व्यापारी की गर्दन में दुपट्टा और मोबाइल का डाटा केबल बांध कस दिया और उसकी हत्या कर दी।

इसके बाद शव को चुनार पुल से गंगा में फेंक रामनगर पहुंचे और एटीएम से 90 हजार रूपये पुन: निकाले। इसके बाद तीनों अपने—अपने घर चले गये। अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि गोताखोरों की मदद से व्यापारी के शव की तलाश पुलिस टीम कर रही है।

 

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