सपाई बोले-अखिलेश यादव शेर, ओपी राजभर गीदड़:कार्यकर्ताओं ने कहा- सुभासपा अध्यक्ष विभीषण के रूप में आए थे शेर-ए-हिंद के साथ

सपाई बोले-अखिलेश यादव शेर, ओपी राजभर गीदड़:कार्यकर्ताओं ने कहा- सुभासपा अध्यक्ष विभीषण के रूप में आए थे शेर-ए-हिंद के साथ

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

वाराणसी ।  समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की राह अब अलग हो गई है। इसका असर दलीय आस्था रखने वाले कार्यकर्ताओं पर भी दिखने लगा है। शनिवार को वाराणसी में सपाइयों ने बेनियाबाग, सरायगोवर्धन, शेख सलीम फाटक और हंकार टोला सहित अन्य इलाकों में विवादित पोस्टर लगाए।

पोस्टर में सपाइयों ने अखिलेश यादव को शेर के रूप में प्रदर्शित किया। वहीं, सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को गीदड़ और उनके बेटे अरविंद राजभर को चूहे के रूप में प्रदर्शित किया। सपाइयों के विवादित पोस्टर शहर भर में सुर्खियों में रहे।

सपा नेता संदीप मिश्रा ने कहा कि वह यह पोस्टर बनारस में हर जगह लगाएंगे।

सपा अध्यक्ष ने असलियत जानते ही दूर किया

पोस्टर लगवाने वाले सपा नेता संदीप मिश्रा ने कहा कि हमारे अध्यक्ष अखिलेश यादव की एक दहाड़ में बाप-बेटा गीदड़ और चूहा बन गए। ओम प्रकाश राजभर और अरविंद राजभर विभीषण के रूप में भारतीय जनता पार्टी के कैमरा बन कर सपा के साथ आए थे। सपा अध्यक्ष ने जैसे ही उनकी असलियत जानी तो शेर की तरह दहाड़ लगाई और दोनों गीदड़-चूहा की तरह भाग निकले।

ओम प्रकाश राजभर कहते हैं कि अखिलेश यादव एसी के बाहर आएं। वह क्या जानेंगे कि अखिलेश यादव जनता के हक के लिए किस तरह की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनके संघर्ष पर समाजवादी पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता को गर्व है।

मालवाहक पर पोस्टर चिपकाते सपा नेता और उनका साथी कार्यकर्ता।

ओम प्रकाश राजभर से सावधान रहें

संदीप मिश्रा ने कहा कि हम बनारस की एक-एक गली और चौराहे पर पोस्टर लगाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। राजभर समाज के लोगों को भी बता रहे हैं कि वह ओम प्रकाश राजभर से सावधान रहें। वह किसी के सगे नहीं है। जहां से सत्ता का सुख मिलेगा वह सिर्फ उसी के साथ रहेंगे।

संदीप मिश्रा ने कहा कि जनता ने इस विधानसभा चुनाव में सपा को जनादेश नहीं दिया तो इससे हम कार्यकर्ता निराश नहीं हैं। हम अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में दोगुनी ताकत से जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष करते रहेंगे। समाजवादी विचारधारा के लोग कभी सत्ता के पीछे नहीं भागते हैं। वह जनसरोकार और जनता के सुख-दुख के लिए हमेशा मुखर रहते हैं।

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