रामनगरी अयोध्या में दीपोत्सव का भव्य आयोजन की तैयारी: सिर्फ घाट तक सीमित नहीं रहेगा दीपोत्सव, श्रीराम मार्ग भी होगा रोशन

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
अयोध्या। भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के आकार लेने के बीच में इस बार रामनगरी अयोध्या का दीपोत्सव का आकार भी वृहद होगा। कोरोना संक्रमण काल के दौरान बीते दो वर्ष तक आयोजन की सीमा सीमित थी, लेकिन इस बार यहां पर भव्य आयोजन की तैयारी है।
अयोध्या नगरी को दीपोत्सव के लिए सजाने का काम जोरों पर है। इस बार दीपोत्सव सिर्फ सरयू नदी के दोनों तट तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि लखनऊ-गोरखपुर राजमार्ग पर श्रीराम मार्ग तक आकार लेगा। इसके लिए राजमार्ग के दोनों छोर पर भगवान श्रीराम की मूर्तियां भी लगाई जा रही हैं।
इस बार दीपोत्सव से पहले अयोध्या को सूबे की राजधानी लखनऊ से जोड़ने वाले गोरखपुर-लखनऊ रोड को सजाया और संवारा जा रहा है। यहां पर रामायण से जुड़े प्रसंगों को जीवंत करते हुए सजाने-संवारने की योजना पर काम चल रहा है।
एनएच -27 के डिवाइडर पर सौंदर्यकरण
अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि दीपोत्सव को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। उन्होंने कहा कि इस बार दीपोत्सव को लेकर ही एनएच -27 के डिवाइडर पर सौंदर्यकरण का कार्य कराया जा रहा है। इसमें अयोध्या में अध्यात्म से जुड़ी मूर्तियां लगाई जा रही हैं। डिवाइडर पर केबल भी लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब श्रद्धालु यहां प्रवेश करेंगे तो उनको ये पता भी चलेगा कि हम आध्यात्मिक नगरी में प्रवेश कर रहे हैं।
अयोध्या के साथ अध्यात्म का जो पुराना रिश्ता
रामनगरी में इस बार प्रयास किया जा रहा है कि अयोध्या के साथ अध्यात्म का जो पुराना रिश्ता रहा है, हर चीज उससे जोड़ी जाए। जिलाधिकारी ने दीपोत्सव को लेकर अन्य तैयारियों के संबंध में भी कहा कि जगह-जगह पेंटिंग भी कराई जाएगी। दीपोत्सव को लेकर राम की पैड़ी को विस्तार देने का काम भी शुरू कराया जा रहा है।
ऋषि-मुनियों की प्रतिमाएं भी
हाईवे पर सहादतगंज से रामघाट तक भगवान श्रीराम के बाल्यकाल से लेकर वनवासी जीवन और राजा राम बनने तक, जीवन के अलग-अलग चरणों को दर्शाती मूर्तियां लगाई जा रही हैं। सड़क किनारे भगवान राम के विविध रूप के साथ ही उनके जीवन से जुड़े ऋषि-मुनियों की प्रतिमाएं भी लगाई जा रही हैं।
दिवाली के दिन भव्य दीपोत्सव
अयोध्या में राम की पैड़ी पर दिवाली के दिन भव्य दीपोत्सव का कार्यक्रम होता है। जिसमें प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आते हैं। इस बार उनके दूसरी बार प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद का पहला दीपोत्सव होगा। इस बार राम की पैड़ी के साथ अयोध्या में अन्य जगहों पर भी लाखों की संख्या में दीप जलाए जाएंगे।
यह भी पढ़ें : वाराणसी : रामनगर की रामलीला का सातवें दिन , जनकपुर से बरात की विदाई, अवध में परिछन