निर्मला सीतारमण बोलीं- काशी और कांची एक जैसी है

निर्मला सीतारमण बोलीं- काशी और कांची एक जैसी है

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ


वाराणसी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वाराणसी में रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं। काशी और तमिलनाडु के बीच बहुत पुराना संबंध है। 'काशी-तमिल संगमम्' के आयोजन के माध्यम से उन संबंधों को साकार किया जा रहा है।

जो काशी में होता है, वो कांची में भी होता है। उसे देखकर महसूस किया जा सकता है कि काशी और तमिलनाडु के बीच सदियों पुराना संबंध है।

'ओरे भारतम उन्नत भारतम' है कार्यक्रम का उद्देश्य

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वाराणसी में शंकर नेत्रालय अस्पताल की ब्रांच के लिए शिलान्यास और भूमि पूजन किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी मेडिकल सुविधाओं का हब बनता जा रहा है।

कैंसर संस्थान के बाद अब वाराणसी को एक अत्याधुनिक नेत्रालय की सौगात मिली है। उन्होंने BHU के अर्थशास्त्र विभाग में छात्रों से बातचीत की। BHU में मंदिर वास्तुकला और ज्ञान के अन्य विरासत रूप विषय पर आयोजित शैक्षणिक सत्र में कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि काशी-तमिल संगमम् का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री के नारे 'ओरे भारतम उन्नत भारतम' को साकार करना है।

BHU के अर्थशास्त्र विभाग में टीचर्स और स्टूडेंट्स को संबोधित करतीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण।

(BHU के अर्थशास्त्र विभाग में टीचर्स और स्टूडेंट्स को संबोधित करतीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण।)

हम सब भारत के लोग हैं। हम में से प्रत्येक एक भाषा बोलते हैं। घरों में अपनाई जाने वाली संस्कृति भिन्न हो सकती है, लेकिन हम सब एक हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एकता का जो संदेश दिया है उसमें उत्तर और दक्षिण भारत की संस्कृति एक है, इसका बोध आज हो रहा है।

वाराणसी में शंकर नेत्रालय के लिए भूमि पूजन और शिलान्यास कार्यक्रम में मौजूद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण।

(वाराणसी में शंकर नेत्रालय के लिए भूमि पूजन और शिलान्यास कार्यक्रम में मौजूद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण।)

'हम साथ में हैं तो देश प्रगति करेगा'

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि हमने तमिलनाडु में बचपन से ही कुछ चीजें अनुभव की हैं और जानी हैं। वो चीजें आज हमें काशी में भी देखने को मिल रही हैं। देश की एकता के लिए अगर हम सब साथ में हैं तो यह देश प्रगति करेगा और हर व्यक्ति का विकास होगा।

केंद्रीय वित्त मंत्री के सामने BHU आईएमएस के प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने डीएनए की उपयोगिता को हेल्थकेयर और फोरेंसिक से जोड़ कर बताया। कहा कि वो डीएनए विधा ही थी जिसके द्वारा जॉर्जिया की महारानी केतेवन के हड्डियों की पहचान हो पाई। साथ ही, अजनाला के शहीदों की उत्पत्ति के बारे में पता चला।

 

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