प्राकृतिक खेती के लिए परीक्षणों पर जोर दें कृषि विज्ञान केन्द्र : कुलपति

प्राकृतिक खेती के लिए परीक्षणों पर जोर दें कृषि विज्ञान केन्द्र : कुलपति

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

कानपुर। रासायनिक उर्वरकों से कुछ साल तक तो खेतों में बेहतर उत्पादन होता है, लेकिन बाद में फसल उत्पादन गिर जाता है। इसके साथ ही रासायनिक उर्वरक से तैयार फसल को जब लोग भोजन के रुप में प्रयोग करते हैं तो नुकसानदायक भी होता है।

ऐसे में सरकार प्राकृतिक खेती पर अधिक जोर दे रही है। इसको देखते हुए सभी कृषि विज्ञान केन्द्र प्राकृतिक खेती के परीक्षणों पर जोर दें। यह बातें सोमवार को सीएसए के कुलपति डॉ. डीआर सिंह ने कही।

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) में कृषि विज्ञान केंद्रों की बैठक हुई। अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉक्टर डीआर सिंह ने समस्त कृषि विज्ञान केंद्रों के वरिष्ठ वैज्ञानिकों प्रभारियों के साथ प्रसार कार्यक्रमों की समीक्षा की और एसपीओ (किसान उत्पादक संगठन) के गठन के निर्देश दिए।

किसानों तक नई तकनीकी पहुंचाने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों के प्रशिक्षण पर भी जोर दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय के अधीन संचालित समस्त कृषि विज्ञान केंद्रों पर प्राकृतिक खेती के लिए परीक्षणों पर भी जोर दिया।

कुलपति ने कृषि विज्ञान केंद्रों को मॉडल कृषि विज्ञान केंद्र बनाने पर भी गहन समीक्षा की। केंद्रों पर राष्ट्रीय कृषि विकास योजना एवं सेंटर आफ एक्सीलेंस के कार्यों की भी कुलपति द्वारा समीक्षा की गई।

बैठक में निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉक्टर महक सिंह, डॉक्टर आरके यादव, डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह, डॉ पीके राठी, डॉक्टर सुभाष चंद्रा, डॉक्टर एस एल वर्मा सहित सभी केंद्रों के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रभारी उपस्थित रहे।
 

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