महंगाई : खाद की मारामारी, रात से शुरू हुई तैयारी

महंगाई : खाद की मारामारी, रात से शुरू हुई तैयारी

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

हमीरपुर। खाद के लिए किसानों को लंबी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। मौदहा कस्बे मेें खाद वितरण केंदों के सामने रात से ही लंबी लाइन लग गईं। ताकि जल्द खाद मिल सके।

किसानों का कहना है कि बाहर से खाद खरीदने में महंगी है। डेढ़ सौ से दो सौ रुपये महंगी है। वहीं बाजार की खाद पर विश्वास नहीं है। इसलिए मजबूरन उन्हें इतनी जद्दोजहद करनी पड़ रही है।

खेती किसानी पर आधारित यह जिला है। सिंचाई के उचित संसाधन नहीं होने से किसान साल में सिर्फ खरीफ और रबी की मात्र दो फसल ही ले कर पाता है। कभी कभी समय से पानी न बरसने या अतिवृष्टि की वजह से खरीफ की फसल बर्बाद हो जाती है।

जैसा इस साल किसानों के साथ हुआ है। यहां समय से बारिश न होने से इस साल खरीफ की फसल न के बराबर बोई गई। खरीफ में खेतों की सिंचाई कर ही फसलें बोर्इं तो वह अतिवृष्टि और बाढ़ की भेंट चढ़ कर बर्बाद हो गईं।

ऐसे में किसान मात्र रबी की फसल के भरोसे रह गया है। साथ ही धन का अभाव होने से सहकारी खाद वितरण केंद्रों से खाद खरीदने को मजबूर है।

जहां उन्हें लंबी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। रविवार को सुबह 6 बजे से सहकारी क्रय-विक्रय खाद वितरण केंद्रमें किसानों की लंबी लंबी लाइनें दिखाई दी। जिसमें तमाम महिला किसान भी शामिल रहींं।

लाइन में लगे किसान बसंत, प्रेमचंद्र, रामसरन, शकील अहमद सहित अन्य ने बताया कि वितरण केंद्र तो 10 बजे खुलता है, लेकिन नंबर जल्दी आ जाए इस वजह से कोई दो बजे रात से लाइन में खड़ा है तो कोई पांच बजे से खाद के लिए परेशान है।

शकील अहमद ने बताया वह बीते दिन लाइन में खड़ा होकर लौट रहा है। कहा शनिवार को सर्वर प्रॉब्लम होने की वजह से खाद का वितरण नहीं हुआ। उधर पीसीएफ केंद्र में रविवार को एक हजार बोरी खाद आई है।

केंद्र प्रभारी सुरेंद्र कुशवाहा ने बताया कि खाद वितरण त्योहार बाद होगा। वहीं किसान सेवा सहकारी समिति सदस्य किसानों को ही खाद दी जा रही है।

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