वाराणसी में कैंडिडेट की जगह देने आया था एग्जाम, फोटो के कारण हुआ शक , कोर्ट के ड्राइवर की परीक्षा में सॉल्वर अरेस्ट 

वाराणसी में कैंडिडेट की जगह देने आया था एग्जाम, फोटो के कारण हुआ शक , कोर्ट के ड्राइवर की परीक्षा में सॉल्वर अरेस्ट

उत्तर प्रदेश सिविल कोर्ट स्टाफ केंद्रित ग्रेड-4 (चालक पद पर नियुक्ति हेतु) प्रवेश परीक्षा में वाराणसी से एक सॉल्वर गिरफ्तार किया गया है। वह कैंडिडेट की जगह परीक्षा देने आया था। गिरफ्त में आए कैंडिडेट की शिनाख्त बिहार के गया जिले के आयर अतरी निवासी अभय कुमार के तौर पर हुई है।

आरोपी के पास से एक आधार कार्ड और मॉडिफाइड फोटो बरामद किए गए हैं। वहीं, परीक्षा फार्म भरने वाले कैंडिडेट वाराणसी के नहवानीपुर बनकट निवासी राज नारायण वर्मा की पुलिस तलाश कर रही है।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

वाराणसी । उत्तर प्रदेश सिविल कोर्ट स्टाफ केंद्रित ग्रेड-4 (चालक पद पर नियुक्ति हेतु) प्रवेश परीक्षा में वाराणसी से एक सॉल्वर गिरफ्तार किया गया है। वह कैंडिडेट की जगह परीक्षा देने आया था। गिरफ्त में आए कैंडिडेट की शिनाख्त बिहार के गया जिले के आयर अतरी निवासी अभय कुमार के तौर पर हुई है।

आरोपी के पास से एक आधार कार्ड और मॉडिफाइड फोटो बरामद किए गए हैं। वहीं, परीक्षा फार्म भरने वाले कैंडिडेट वाराणसी के नहवानीपुर बनकट निवासी राज नारायण वर्मा की पुलिस तलाश कर रही है।

 

कक्ष निरीक्षक ने पकड़ी चोरी

हरहुआ क्षेत्र के कोइराजपुर स्थित संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल में यूपी सिविल कोर्ट स्टाफ केंद्रित ग्रेड-4 (चालक पद पर नियुक्ति हेतु) प्रवेश परीक्षा NTA द्वारा आयोजित की गई थी। कक्ष निरीक्षक अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि कैंडिडेट के प्रवेश पत्र पर फोटो लगवाया जा रहा था।

बड़ागांव की पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

(बड़ागांव की पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।)

कैंडिडेट राज नारायण वर्मा के नाम से जारी प्रवेश पत्र पर अभय कुमार फोटो लगाकर आया तो शंका हुई। कैंडिडेट के फार्म से फोटो मिलान कराने की बात कह कर उसकी जन्मतिथि पूछी गई तो वह घबरा गया। इसके साथ ही कमरे से तेजी से बाहर भागा। हालांकि अन्य शिक्षकों के सहयोग से अभय कुमार को पकड़ लिया गया।

फिलहाल 10 हजार रुपए मिले थे

अभय ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह राज नारायण वर्मा की जगह परीक्षा देने आया था। उसने बताया कि उसे सॉल्वर गैंग के लिए काम करने वाले एक युवक ने पटना से भेजा था। फिलहाल, उसे आने-जाने, खाने और ठहरने के लिए 10 हजार रुपए दिए गए थे। शेष, 65 हजार रुपए उसे परीक्षा का रिजल्ट आने पर मिलता।

राज नारायण और उसकी फोटो को मिक्स कर कंप्यूटर की मदद से ऐसी फोटो बनाई गई थी जो प्रथम दृष्ट्या देखने में राज नारायण की ही प्रतीत हो रही थी। राज नारायण की मुलाकात सॉल्वर गैंग से कैसे हुई, इसके बारे में उसे कुछ नहीं पता है।

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