सीएम योगी आदित्यनाथ ने शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणी उद्यान में तेंदुए के बच्चे को पिलाया दूध, दो शावकों का किया नामकरण

CM Yogi Adityanath fed milk to leopard baby in Shaheed Ashfaq Ulla Khan Zoological Park, naming two cubs

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणी उद्यान का दौरा किया। इस दौरान वे तेंदुए के शावक को दूध पिलाते दिखे। इस दौरान उन्होंने तेंदुए के दो बच्चों का नामकरण भी किया। उन्हें चिड़ियाघर के अस्पताल में रखा गया है। सीएम योगी इससे पहले 18 मार्च को गोरखपुर चिड़ियाघर आए थे। तब उन्होंने हर और गौरी नाम के दो गैंडों को केला खिलाया था।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में आयोजित वन्य जीव सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विजयदशमी का पर्व हमें केवल मानवमात्र की रक्षा की प्रेरणा ही नहीं देता बल्कि संपूर्ण प्राणियों की रक्षा और संरक्षण के लिए संकल्पित होने के लिए प्रेरित करता है। ऐसे में इसे लेकर हमें संकल्पित होने की जरूरत है। यही रामराज्य की संकल्पना भी है।

एक का नाम भवानी व दूसरे के नाम चंडी
कार्यक्रम में हिस्सा लेने से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने सफेद बाघिन को उसके बाड़े में छोड़ा और तेंदुए के दो मादा शावकों का नामकरण किया। एक का नाम भवानी तो दूसरे के नाम चंडी रखा। एक शावक को उन्होंने अपने हाथ से दूध भी पिलाया। इस अवसर सांसद रवि किशन, विधायक विपिन सिंह, महेंद्र पाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, महापौर सीताराम जायसवाल आदि मौजूद रहे।


सफेद बाघिन गीता को मुख्य बाड़े में कराया प्रवेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मार्च 2021 को गोरखपुर चिड़ियाघर का लोकार्पण किया था। 20 जून की रात गीता नाम की सफेद बाघिन को लखनऊ चिड़ियाघर से गोरखपुर चिड़ियाघर लाया गया। इस व्हाइट टाइगर को अनुकूलन के लिए पहले क्वारंटीन किया गया और फिर क्राल में रखा गया। बुधवार को सीएम योगी ने सफेद बाघिन गीता को क्राल से मुख्य बाड़े में प्रवेश कराया।

जीव-जंतुओंं के जीवन व संरक्षण की चर्चा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने वन्यजीवों की संवेदनशीलता की चर्चा करते हुए तुलसीदास के उस चौपाई की याद दिलाई, जिसमें गोस्वामी जी ने 'हित-अनहित पशु-पक्षी जाने' की बात कही है। इसी क्रम में उन्होंने रामायण के प्रसंगों के जरिये जीव-जंतुओंं के जीवन व संरक्षण की चर्चा की। कहा कि पूरा रामायण हमें उनके संरक्षण की सीख देता है। यही नहीं रामचरित मानस का तो एक कांड ही अरण्य को समर्पित है। इस कांड में पूरी ज्ञान संपदा निहित है। सीताहरण के प्रसंग का उदाहरण देते हुए योगी ने कहा कि जब रावण सीताजी को हर ले गया था, तो वन के पेड़-पौधों, जीव-जंतुओं और पशु-पक्षियों ने ही भगवान राम की मदद की थी। पूरे वनवास काल में भगवान राम के सहयोगी वन्यजीव ही बने। विजयदशमी का पर्व उनके सहयोग का ही परिणाम है।

उत्तर प्रदेश में बन रहा पहला नाइट सफारी
मुख्यमंत्री ने वन्यजीव संरक्षण को लेकर सरकार की योजनाएं भी बताईं। बताया कि लखनऊ में प्रदेश का पहला नाइट सफारी बनाने पर कार्य किया जा रहा है। रानीपुर में टाइगर रिजर्व बनने जा रहा है। चित्रकूट और बिजनौर के अमानगढ़ को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा महराजगंज के सोहगीबरवा में गिद्ध संरक्षण केंद्र स्थापित करने की दिशा में तेजी से कार्य को आगे बढ़ाया गया है। नमामि गंगे परियोजना के जरिये डालफिन संरक्षण की दिशा में प्रदेश सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यों की जानकारी भी मुख्यमंत्री ने दी।

चिड़ियाघर के पशु चिकित्सकों का बनेगा अलग कैडर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वन्य जीव सप्ताह के समापन कार्यक्रम के मंच से घोषणा की कि चिड़ियाघर के पशु चिकित्सकों का कैडर सामान्य पशु चिकित्सकों से अलग किया जाएगा। वह वन विभाग के पशु चिकित्सक होंगे। इससे उनके अनुभवों का लाभ चिड़ियाघर को निरंतर मिलता रहेगा। मुख्यमंत्री ने वन विभाग से इसके लिए प्रस्ताव तैयार करने को कहा। वर्तमान में पशु चिकित्सा विभाग से पशु चिकित्सकों को चिड़ियाघर में प्रतिनियुक्ति पर लेने की व्यवस्था है।

जलीय वन्य जीव पर जारी किया विशेष कवर पेज
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डाक विभाग की ओर से तैयार किए गए जलीय वन्य जीव संरक्षण पर विशेष कवर पेज जारी किया। इसी क्रम में उन्होंने डालफिन पर एक पोस्टर भी लोकार्पित किया। इस अवसर पर डाक विभाग के पोस्टमास्टर जनरल विनोद कुमार वर्मा व प्रवर अधीक्षक डाक मनीष कुमार भी मौजूद रहे।

पशु प्रेमी भी हैं सीएम योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश  में कानून व्यवस्था, विकास और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की नजीर बनाने के साथ पशुओं के प्रति स्नेह भाव के लिए भी जाने जाते हैं। इसके पूर्व सीएम योगी 18 मार्च को गोरखपुर चिड़ियाघर आए थे। तब उन्होंने हर और गौरी नाम के दो गैंडों को केला खिलाया था। सीएम ने दोनों गैंडों को प्यार से उनका नाम लेकर बुलाया तो वे बाड़े में उनके पास आ गए थे।

 

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