लुलु मॉल के बाद अब प्रयागराज रेलवे स्टेशन में अदा की गई नमाज, जानें पूरा मामला

लुलु मॉल के बाद अब प्रयागराज रेलवे स्टेशन में अदा की गई नमाज, जानें पूरा मामला

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

प्रयागराज। यूपी में लखनऊ के लुलु मॉल में पढ़ी गई नमाज के बाद अब प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है।

बता दें कि प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर स्थित वेटिंग रूम में कुछ लोगों ने नमाज अदा की है।

यह मामला तब हुआ जब प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग की आशंका जताई गई थी जिसके चलते दो व्यक्तियों के साथ 15 नाबालिग और 6 बालिग बच्चों को महानंदा एक्सप्रेस ट्रेन से उतारा गया था, इन सभी से वेटिंग रूम में ही बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश मिश्र व सदस्य आकांक्षा सोनकर और अरविंद कुमार पूछताछ कर रहे थे।

इसी दौरान स्टेशन में शाम के करीब 7 बजे नमाज का जब वक्त हुआ तो मदरसे का शिक्षक अब्दुल रब वेटिंग रूम में ही बच्चों को लेकर नमाज पढ़ने लगा, मगर वेटिंग रूम में मौजूद RPF और GRP ने नमाज पढ़ने से उन्हें नहीं रोका।

मदरसे के शिक्षक ने नाबालिग बच्चों के साथ नमाज अदा की। जिसके गवाह स्टेशन पर मौजूद RPF और GRP के इंस्पेक्टर व अन्य सुरक्षाकर्मी बने हैं।

महानंदा एक्सप्रेस में कुछ नाबालिक बच्चे ले जाए जा रहे हैं। जिस पर बचपन बचाओ आंदोलन संस्था ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग की आशंका जताई थी।

जिसके बाद ट्रेन के प्रयागराज जंक्शन पहुंचने पर आरपीएफ ने ट्रेन के इंजन से लगे दूसरे जनरल कोच से 15 नाबालिग व 6 वयस्क बच्चों के साथ दो लोगों को नीचे उतारा।

बच्चों से आरपीएफ ने पूछताछ की, लेकिन जब बच्चे कहां जा रहे हैं। इस बारे में बाल कल्याण समिति प्रयागराज को सूचना दी गई।

जिसके बाद बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ अखिलेश मिश्र व सदस्य आकांक्षा सोनकर और सदस्य अरविंद कुमार मौके पर पहुंचे।

जिन्हें फतेहपुर जिले के सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के जामिया दारे अरकम मोहम्मदपुर गौंती मदरसे में ले जाया जा रहा था।

मामले को लेकर बताया जा रहा है कि उनमें से 6 बच्चे ऐसे हैं जिन्हें दिल्ली मजदूरी के लिए ले जाया जा रहा था। जिसके बाद उनके परिजनों से संपर्क किया गया है।

इनमें से कुछ बच्चे बिहार के खगड़िया जिले और बाकी सहरसा जिले के रहने वाले हैं। बच्चों की उम्र 8 से 15 साल के बीच है, लेकिन ज्यादातर बच्चे 9 से 11 साल के आयु वर्ग के हैं। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ अखिलेश मिश्र के मुताबिक इन बच्चों को फिलहाल बाल गृह भेजा जा रहा है।

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