वाराणसी से 6 स्टूडेंट्स का UPSC में सेलेक्शन

वाराणसी से 6 स्टूडेंट्स का UPSC में सेलेक्शन

 Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) समेत वाराणसी के 5 छात्र और छात्राओं ने UPSC परीक्षा में सफलता हासिल की है।

आरफा उस्मानी का UPSC एग्जाम 111वां स्थान आया है।

आरफा उस्मानी का UPSC एग्जाम 111वां स्थान आया है।

लालपुर स्थित VDA कालोनी की आकांक्षा सिंह , IIT-BHU की छात्रा रह चुकीं आरफा उस्मानी, बिजनेस फैमिली से शाश्वत अग्रवाल, पॉलिटिकल साइंस की रिसर्च स्कॉलर कीर्ति तिवारी, भूगोल से ग्रेजुएट शिवांगी मेहता और अफजल अली ने एग्जाम क्रैक कर लिया है।

BHU में अपने साथी शोध छात्रों के साथ कीर्ति त्रिपाठी।

BHU में अपने साथी शोध छात्रों के साथ कीर्ति त्रिपाठी।

आकांक्षा की 44वीं रैंक आई है। आरफा उस्मानी को 111वीं रैंक, शाश्वत अग्रवाल का 121वां रैंक और कीर्ति त्रिपाठी को UPSC एग्जाम में 149वीं रैंक मिली है। वहीं, प्रियांगी मेहता को 261वीं रैंक और अफजल अली का 574वां रैंक रहा।

यूपीएससी एग्जाम में 121वां रैंक हासिल करने वाले शाश्वत अग्रवाल।

यूपीएससी एग्जाम में 121वां रैंक हासिल करने वाले शाश्वत अग्रवाल।

BHU में भूगोल विषय से ग्रेजुएशन कर चुके अफजल अली की 576वीं रैंक आई है।

BHU में भूगोल विषय से ग्रेजुएशन कर चुके अफजल अली की 576वीं रैंक आई है।

BHU में 8 साल छात्रा रहीं कीर्ति की कहानी......

कीर्ति त्रिपाठी BHU की 8 साल से छात्र हैं। वो UPSC एग्जाम में 149वें रैंक पर IPS के लिए चुनी गईं हैं। सबसे खास बात ये है कि उन्होंने बिना कोचिंग के ही घर बैठे देश की सबसे बड़ी परीक्षा को क्लियर कर लिया है। वो पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट में प्रोफेसर टीपी सिंह के अंडर में PhD कर रहीं हैं। इसके साथ ही इसी विभाग से BA और MA भी पूरा किया है। वहीं, UPPSC के द्वारा डिप्टी जेलर के पद पर नियुक्ति हुई थी। अभी ज्वाइनिंग नहीं ली थी।

BHU के राजनीति विज्ञान विभाग के बाहर दोस्तों के साथ सबसे बाएं कीर्ति त्रिपाठी।

BHU के राजनीति विज्ञान विभाग के बाहर दोस्तों के साथ सबसे बाएं कीर्ति त्रिपाठी।

मुगलसराय में रहकर करती हैं पढ़ाई

कीर्ति रहने वाली चंदौली की हैं। इनके पिता उपेंद्र नाथ त्रिपाठी चंदौली के एक स्कूल में कर्मचारी हैं। वहीं मां हाउस वाइफ हैं। एक छोटा भाई है जो कि नौकरी कर रहा है। कीर्ति ने मुगलसराय स्थित अपने घर पर ही रहकर सेल्फ स्टडी की है। यहीं से BHU में रिसर्च कार्य करने रोजाना आती थीं।

ऑनलाइन मॉक टेस्ट का बड़ा रोल

दैनिक भास्कर से बातचीत में कीर्ति ने बताया कि उन्होंने कोई कोचिंग या ट्यूशन नहीं लिया। घर बैठे सेल्फ स्टडी कर के इन्होंने प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू दिया और सक्सेज हासिल की। उन्होंने ऑनलाइन मॉक टेस्ट भी दिया। उनकी सफलता में इसका काफी बड़ा रोल रहा है।

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