बीएचयू के स्थापना दिवस पर 7 यूपी नौसेना एनसीसी की झांकी में दिखी 27 फीट व्हेलर नाव

बीएचयू के स्थापना दिवस पर 7 यूपी नौसेना एनसीसी की झांकी में दिखी 27 फीट व्हेलर नाव

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ 

वाराणसी। 74वें गणतंत्र दिवस और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय(बीएचयू)के 108वें स्थापना दिवस पर महामना की बगिया वासंती रंगों में सराबोर दिखी। कोरोना के चलते पूरे तीन साल बाद गुरुवार को परिसर में निकली झांकियों में 07 यूपी नौसेना एनसीसी इकाई ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया। झांकियों के जुलूस में कैडेटों ने एनसीसी के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित किया।

जिसमें शिप माडल,सांस्कृतिक झलकियां,हथियार प्रशिक्षण के अलावा झांकी में 27 फीट की व्हेलर नाव लोगों में आकर्षण का केन्द्र बनी रही। इकाई के कमान अधिकारी कमांडर अरुण राय ने शुक्रवार को बताया कि बीएचयू के स्थापना दिवस के झांकी में 20 कैडेटों के साथ सहायक एनसीसी अधिकारियों और प्रशिक्षण अधिकारियों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। इसके पहले उन्होंने गणतंत्र दिवस पर इकाई में ध्वजारोहण कर कैडेटों को गणतंत्र दिवस और नौसेना की अहमियत बताई।

गौरतलब है कि बीएचयू के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों, केन्द्रों व संस्थानों ने स्वस्थ, शिक्षित एवं युवा भारत की थीम पर बीएचयू की विशेषताओं, विविधता व समृद्ध विरासत को झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित किया। कोरोना महामारी के बाद विश्वविद्यालय में पहली बार झांकियों का प्रदर्शन हुआ, जिनमें कुल 32 झाँकियां निकाली गई।

मालवीय भवन से गुजरती हुई भव्य झांकियों के बीच विद्यार्थियों का उत्साह देखते बनता था। विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि भव्य झांकियों और नुक्कड़ नाटक व नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से उपस्थित आमजन के बीच सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागरूकता भी फैलाई गई।

शिक्षित नारी -शिक्षित समाज, राष्ट्रीयता, आत्मनिर्भर भारत, योग, अंतराष्ट्रीय मिलेट वर्ष, खेल शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य, प्रदूषण मुक्त परिसर, पर्यावरण संरक्षण, आधुनिक तकनीकी, प्राचीन भारतीय ज्ञान व चिकित्सा पद्धति, आयुर्वेद, पशु चिकित्सा में नई खोजों, विज्ञान अनुसंधान, स्टार्टअप प्लेसमेंट, विधिक शिक्षा, निरोगी काया, ओरल हाइजीन, स्वास्थ्य क्षेत्र में हो रहे विकास, पर्वतारोहण, कृषि आदि अनेक विषयों पर प्रस्तुतियां मुख्य मंच के समक्ष दी गई, जिस पर कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-बीएचयू के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन, कुलगुरु प्रो. वी. के. शुक्ला, कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह, वित्ताधिकारी डॉ. अभय ठाकुर, छात्र अधिष्ठाता प्रो. अनुपम कुमार नेमा समेत विशिष्ट जन आसीन थे।

विद्यार्थियों ने नृत्य संगीत, कला आदि के माध्यम से समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की तस्वीर पेश की। चिकित्सा विज्ञान संस्थान के अंतर्गत सर सुंदरलाल अस्पताल की कोविड महामारी के दौरान योगदान को झांकी के माध्यम से प्रदर्शित किया गया जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।

महिला महाविद्यालय की झाकियों में छात्राओं के व्यक्तित्व व कौशल विकास के लिए की जा रही पहलों तथा सांस्कृतिक विविधता को प्रस्तुत किया गया। सेन्ट्रल हिन्दू स्कूल की झांकियों में कन्या शिक्षा में बीएचयू के योगदान, सरस्वती वन्दना, योग के महत्व आदि तथा रणवीर संस्कृत विद्यालय द्वारा सुश्रुत, महामना मदन मोहन मालवीय व स्वामी विवेकानंद की प्रतिकृति में स्वास्थ्य शिक्षा व युवा भारत की छवि को दिखलाया गया।

वासंती रंगों में सराबोर महामना की तपोभूमि पर आयोजित समारोह में वंदनीय महामना मदन मोहन मालवीय के आदर्शों, मूल्यों व संघर्ष की झलक भी दिखाई दी।
 

Share this story