आध्यात्मिक शक्ति से भारत फिर बनेगा विश्व गुरु : बी.के. कंचन

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Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

बेगूसराय। प्रकृति जब परिवर्तन कर रहा है तो अपने आध्यात्मिक शक्ति के बल पर भारत एक बार फिर विश्व गुरु बनेगा। इसके लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने बड़ा अभियान शुरू किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शुरू किए गए अभियान ''भारत का उत्थान आध्यात्मिक शक्ति द्वारा'' का क्रियान्वयन अब बिहार में भी होगा।

बिहार में इसका शुभारंभ प्रजापति ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा महाशिवरात्रि के अवसर पर 19 फरवरी को बेगूसराय में आयोजित आध्यात्मिक कार्यक्रम महाशिवरात्रि महोत्सव के अवसर पर होगा। जीडी कॉलेज परिसर में दोपहर दो बजे से होने वाले इस महोत्सव की तैयारी पूरी कर ली गई है। बिहार में इस प्रोजेक्ट के शुभारंभ के अवसर पर बिहार-झारखंड प्रभारी राजयोगिनी तपस्विनी रानी भी उपस्थित रहेंगी।

बेगूसराय सेवा केंद्र पर शुक्रवार को आयोजित प्रेसवार्ता में बी.के. कंचन ने बताया कि जिस शिव की रात्रि का गायन है, वह रात्रि वर्तमान समय कलयुग की रात्रि का प्रतीक है। जिसमें परमात्मा शिव इस धरा धाम पर अवतरित होकर अपना कार्य करते हैं। सृष्टि चक्र के अनुसार यह वह समय है जहां हर तरफ दुख, अशांति, अज्ञानता व्याप्त है। भगवान अपने वायदे के अनुसार इस अति धर्म ग्लानि के समय अवतरित हो चुके हैं। वह नव सृष्टि के नव निर्माण का कार्य कर रहे हैं।

कलयुग की रात अब जाने वाली है, सतयुग का दिन इस सृष्टि पर होने वाला है। हमारा भारत विश्व गुरु था और फिर से परमात्मा भारत को विश्व गुरु बनाने का कार्य कर रहे हैं। दुनिया के तमाम देशों के पास परमाणु शक्ति है, वह सुपर पावर कहलाने वाले देश भौतिकता के आधार से शक्तिशाली हैं।

लेकिन बगैर आध्यात्मिक शक्ति के पूरे विश्व में सुख, शांति, अमन चैन नहीं आ सकता है। स्वयं परमात्मा शिव हमें आध्यात्मिक ज्ञान देकर इस भारत को शक्तिशाली बना रहे हैं। भारत को ऊंचाई तक ले जा रहे हैं, जहां पूरा विश्व ही भारत कहलाएगा और उस भारत का नाम होगा महाभारत।

उन्होंने कहा कि अभी विश्व परिवर्तन का समय चल रहा है और यह संदेश जन-जन तक पहुंचाना है कि परमात्मा सभी आत्माओं के पिता हैं। आज विश्वयुद्ध, गृहयुद्ध, प्राकृतिक आपदा से पूरी दुनिया विनाश की ओर जा रही है। प्रकृति परिवर्तन कर रहा है तो हम क्यों नहीं परिवर्तन करें और आध्यात्मिक शक्ति से भारत को फिर से विश्व गुरु बनाएं। मनुष्य अज्ञानता की नींद से जागे, उस पहलू पर ध्यान दे जो जीवन का सत्य है।

जब-जब संसार का पतन, नैतिक और चारित्रिक मूल्यों का पतन होता है तो परमात्मा अवतरित होते हैं। मानव अज्ञानता की नींद में सोई सोया है। वह जीवन का मूल्य भूल गया है, वास्तविकता को भूलते जा रहा है। इससे दुख-अशांति बढ़ती है तो परमात्मा को आना पड़ता है। हम सबको इस बदलते दौर में संस्कारों का परिवर्तन करना है। परमात्मा से शक्ति लेकर अपना परिवर्तन करना है। अपने अंदर के देवत्व को जगाएंगे, तभी अस्तित्व बचेगा।

उन्होंने बताया कि भारत को आध्यात्मिक गुरु बनाने के लिए सुनहरे प्रोजेक्ट का शुरुआत बिहार में हो रहा है। इस अवसर पर बेगूसराय में महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन होगा। 19 फरवरी को होने वाले महा शिवरात्रि महोत्सव से पहले 18 फरवरी की सुबह नौ बजे सेवा केंद्र परिसर से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह शोभा यात्रा पूरे नगर का भ्रमण करेगी।

विदर्भ के सुप्रसिद्ध आध्यात्मिक संगीतज्ञ बी.के. अविनाश ने बताया कि इस कार्यक्रम में हम गीतों के माध्यम से गीता का ज्ञान देंगे। ईश्वर का संदेश सुनाएंगे, स्वर्णिम भारत दर्शन कराएंगे कि आने वाला हमारा भारत कैसा होगा। महोत्सव में दीपदान बताएगा कि परमात्मा ज्ञान के सूर्य है, अपने को भूलना इंसान के अशांति का मूल कारण है।

परमात्मा शिव महारात्रि के इस उत्सव में श्रीकृष्ण आनंद उत्सव एवं शिवशक्ति दर्शन महोत्सव का भी आयोजन होगा। प्रेसवार्ता में विनोद हिसारिया एवं मृत्युंजय कुमार वीरेश भी उपस्थित थे।
 

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