पोषण मुक्त भारत निर्माण के लिए ''श्री अन्न'' पर आधारित पांचवां पोषण पखवाड़ा शुरू

 पोषण मुक्त भारत निर्माण के लिए ''श्री अन्न'' पर आधारित पांचवां पोषण पखवाड़ा शुरू

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

बेगूसराय । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कुपोषण मुक्त भारत निर्माण के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा सोमवार से पांचवां पोषण पखवाड़ा समारोह शुरू हो गया है। पखवाड़ा के पहले दिन जिला के अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रभात फेरी सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए।

जन आंदोलन और जन भागीदारी के माध्यम से पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और खाने की स्वस्थ्य आदतों को बढ़ावा देने के लिए 20 मार्च से तीन अप्रैल तक पोषण पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है। ''सभी के लिए पोषण : एक साथ, स्वस्थ भारत की ओर'' थीम पर आयोजित पखवाड़ा के दौरान श्री अन्न का प्रचार करने एवं इसे लोकप्रिय बनाने, स्वस्थ बालक स्पर्धा समारोह, सक्षम आंगनवाड़ियों को लोकप्रिय बनाने पर फोकस किया जाएगा।

जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सुगंधा शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आठ मार्च 2018 को शुरू किया गया पोषण अभियान पोषण पर चर्चा को मुख्य-धारा में लाने में सहायक रहा है। पोषण अभियान की शुरुआत पोषण संबंधी परिणामों में समग्र रूप से सुधार लाने के उद्देश्य से की गई थी। कुपोषण मुक्त भारत के वांछित लक्ष्यों को प्राप्त करने में व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर व्यवहार परिवर्तन एक महत्वपूर्ण तथ्य है।

पोषण पखवाड़ा प्रत्येक वर्ष मार्च के महीने में 15 दिनों तक मनाया जाता है। इस वर्ष मंत्रालय द्वारा 20 मार्च से तीन अप्रैल तक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। पोषण पखवाड़ा 2023 का थीम "सभी के लिए पोषण: एक साथ, स्वस्थ भारत की ओर'' है। 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मोटे अनाज वर्ष के रूप में घोषित होने के साथ, इस वर्ष पोषण पखवाड़ा का केंद्र-बिंदु, कुपोषण को दूर करने के लिए एक मूल्यवान संपत्ति के रूप में सभी अनाजों की जननी ''श्री अन्न'' को लोकप्रिय बनाना है।

पखवाड़ा के दौरान सामाजिक जागरूकता के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। विशेष तौर पर मोटे अनाज आधारित खाद्य पदार्थों को पूरक पोषण से जोड़ने, घर-घर तक पहुंचने, आहार परामर्श शिविर आदि के आयोजन के माध्यम से पोषण-कल्याण के लिए श्री अन्न (मोटे अनाज) को बढ़ावा देना और इन्हें लोकप्रिय बनाना है।

स्वस्थ बालक प्रतिस्पर्धा समारोह में अच्छे पोषण, अच्छे स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए प्रतिस्पर्धा की स्वस्थ भावना पैदा करके परिभाषित मानकों के अनुरूप स्वस्थ बालक की पहचान करना और इसका उत्सव मनाना है।

आंगनबाड़ी को लोकप्रिय बनाने और जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाए जाएंगे। इसके लिए आंगनवाड़ियों को बेहतर पोषण, प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा के केंद्रों के रूप में उन्नत अवसंरचना और सुविधाओं के साथ सक्षम किया जाएगा। एनएनएम जिला समन्वयक सागर कुमार एवं जिला परियोजना सहायक अश्वनी कौशिक कार्यक्रम की मॉनिटरिंग में जुटे हुए हैं। जिससे कि सरकार का उद्देश्य सही तरीके से धरातल पर लागू हो सके।

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