सीबीआई ने उपमुख्यमंत्री को फिर किया तलब, 26 फरवरी को होना होगा हाजिर

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
नई दिल्ली। दिल्ली आबकारी घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने अब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व मामले में पहले आरोपित मनीष सिसोदिया को फिर नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए 26 फरवरी को बुलाया है।
सीबीआई ने सिसोदिया को 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन मनीष सिसोदिया ने बजट बनाने का हवाला देकर समय मांगा था। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को एक हफ्ते का समय दिया है। वहीं, सोमवार को इसकी पुष्टि खुद सिसोदिया ने प्रेस वार्ता के दौरान की। उन्होंने कहा कि आज सीबीआई ने उन्हें दोबारा नोटिस दिया है।
सिसोदिया का कहना है कि उनके खिलाफ केंद्र सरकार ने सीबीआई और ईडी की पूरी ताकत झोक दी है। घर पर रेड, बैंक लॉकर तलाशी, कहीं मेरे खिलाफ कुछ नहीं मिला। दिल्ली के बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा का इंतजाम किया है, ये उसे रोकना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने कहा है कि उन्होंने जांच में हमेशा सहयोग किया है और आगे भी करेंगे।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने दिल्ली आबकारी घोटाले में पिछले वर्ष 17 अगस्त को जो मामला दर्ज किया गया है, उसमें पहले नंबर पर मनीष सिसोदिया को रखा है। एफआईआर के बाद 19 अगस्त को सीबीआई की टीम मनीष सिसोदिया के सरकारी आवास पर गई थी। उसके बाद से लगातार अपने स्तर पर जांच कर रही है।
पहले क्या क्या हुआ
14 जनवरी को भी सीबीआई ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया था। सिसोदिया के खिलाफ आरोप है कि जब आबकारी विभाग ने शराब की दुकानों के लिए लाइसेंस जारी किए तो इस दौरान मनीष सिसोदिया द्वारा कुल प्राइवेट वेंडर्स को 144 करोड़ 36 लाख रुपये का फायदा पहुंचाया गया।
आरोप है कि उन्होंने लाइसेंस फीस माफ करने में भी फायदा पहुंचाया। दिल्ली के शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई ने इस मामले में अभी तक 10 गिरफ्तारियां की हैं। सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में कुल 14 आरोपियों के नाम दर्ज हैं।
वहीं दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि यह वाकई आश्चर्यजनक है कि सिसोदिया लंबे समय से कह रहे हैं कि मैं जांच के लिए हमेशा तैयार हूं और उनकी शराब नीति में कोई घोटाला नहीं हुआ है, लेकिन जैसे ही सीबीआई ने उन्हें जांच के लिए बुलाया, वे जांच से बचने के बहाने तलाशने लगे हैं।
यह आश्चर्य की बात है कि शनिवार को मनीष सिसोदिया को भरोसा था कि उनके खिलाफ सीबीआई के पास कोई सबूत या मामला नहीं है और उन्होंने सहयोग की पेशकश की, लेकिन रविवार को वह जांच से बचते नजर आए। अब दोबारा बुलावे की नई तारीख पर सिसोदिया कोई नया बहाना लेकर सामने आएंगे।