MP : टिकट कटने के बाद बीजेपी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और विधानसभा से भी इस्तीफा दिया 

  MP : टिकट कटने के बाद बीजेपी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और विधानसभा से भी इस्तीफा दिया
बीजेपी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा, ”मैंने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया है। भाजपा दोहरे मापदंड अपनाती है। प्रभावशाली ब्राह्मण नेता और चार बार के विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा, ”बीजेपी के कार्य इसके शब्दों से बहुत अलग हैं।” भाजपा के टिकट पर दो बार विधानसभा के लिए चुने जाने से पहले नारायण त्रिपाठी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी से भी राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे। वह एक समय समाजवादी पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष रह चुके थे।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने शुक्रवार को औपचारिक रूप से पार्टी छोड़ दी। उन्होंने कहा कि उनका नया दल अगले महीने होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में राज्य के विंध क्षेत्र को राज्य का दर्जा दिलाने के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने पीटीआई को बताया कि उनका संगठन विंध्य जनता पार्टी (वीजेपी) का लक्ष्य 17 नवंबर के चुनाव में क्षेत्र से भाजपा को बाहर करना होगा।

 

बीजेपी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा, ”मैंने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया है। भाजपा दोहरे मापदंड अपनाती है। प्रभावशाली ब्राह्मण नेता और चार बार के विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा, ”बीजेपी के कार्य इसके शब्दों से बहुत अलग हैं।” भाजपा के टिकट पर दो बार विधानसभा के लिए चुने जाने से पहले नारायण त्रिपाठी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी से भी राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे। वह एक समय समाजवादी पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष रह चुके थे।

मार्च 2020 के बादमध्य प्रदेश में भाजपा नेतृत्व के साथ उनके संबंधों में कथित तौर पर खटास आ गई और उन पर कांग्रेस के करीब जाने का आरोप लगाया गया। उन्होंने कहा, ”मेरी प्राथमिकता भाजपा को कमजोर करना और यह सुनिश्चित करना है कि उसकी हार हो, खासकर विंध क्षेत्र में। मैं किसी (प्रतिद्वंद्वी) राजनीतिक दल की बी-टीम नहीं हूं।”

उन्होंने कहा कि वीजेपी का मुख्य उद्देश्य विंध के एक अलग राज्य के लिए काम करना है जो इस क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही मांग है। 2018 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे विंध क्षेत्र की 30 में से 24 सीटें जीती थीं।

विधायक नारायण त्रिपाठी पिछले 2-3 साल से लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाज़ी कर रहे थे और अलग विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमलावर थे। इस बार के चुनाव में बीजेपी ने नारायण त्रिपाठी का टिकट काटकर मैहर से श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट दिया है। श्रीकांत चतुर्वेदी को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक कहा जाता है। बीजेपी की लिस्ट में मैहर से सिंधिया समर्थक श्रीकांत चतुर्वेदी का नाम घोषित होने के बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि नारायण त्रिपाठी कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।

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