क्या है राजस्थान का अनोखा मामला, जिसे देखने के लिए लग रहा लोगों का तांता
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Newspoint24/ newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
नागौर। राजस्थान के नागौर जिले के मेड़ता शहर में एक निजी अस्पताल में पैदा हुए दो विचित्र बच्चे कौतूहल का विषय बन गए हैं। जिसने भी इनके बारे में सुना वही उन्हें देखने को लालायित हो रहा है।
अस्पताल में देखने वालों की भीड़ जुटने के साथ पूरे शहर में इन जुड़वा बच्चों के पैदा होने की चर्चा है। दरअसल निजी अस्पताल में पैदा हुए ये दोनों बच्चे एक दूसरे जुड़े हुए हैं। जिनका केवल सिर और पैर अलग- अलग है।
गर्दन से नीचे छाती से पेट तक का इनका पूरा हिस्सा आपस में जुड़ा हुआ है। जिन्हें मां के गर्भ से निकालना ही चिकित्सक के लिए बड़ी परेशानी बन गया था। चिकित्सक मनीष सैनी ने एक जटिल ऑपरेशन से सुरक्षित प्रसव करवाया।
जोधपुर के एम्स में होगा बच्चों का ऑपरेशन
चिकित्सक मनीष सैनी ने बताया कि दोनों बच्चे फिलहाल स्वस्थ है। दोनों का शरीर अलग करने के लिए उनका एम्स अस्पताल में ऑपरेशन किया जाएगा। जिसकी कवायद शुरू कर दी गई है।
तीन जिंदगियों पर मंडरा गया था खतरा
चिकित्सक मनीष सैनी ने बताया कि शहर की ललिता देवी को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लाया गया था। जांच में ललिता के गर्भ में दो असामान्य जुड़वां बच्चे थे। जिनका प्रसव करवाना दोनों बच्चों व मां की जिंदगी के लिए बड़ा खतरा लग रहा था।
पर पति जितेन्द्र की सहमति से उन्होंने जटिल ऑपरेशन कर ललिता का प्रसव करवाया। जिसमें तीनों की जिंदगी को बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि जुड़वां बच्चे एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, लेकिन ऐसे मामलों में आजकर ऑपरेशन से दोनों को अलग कर दिया जाता है।
मां ने कहा भगवान है चिकित्सक
जटिल ऑपरेशन में जान बचने के बाद ललिता चिकित्सक का आभार जताते नहीं थक रही। उसका कहना है कि चिकित्सक उसके लिए भगवान ही बनकर आए। वरना उसने तो जीने की उम्मीद ही छोड़ दी थी। ललिता का कहना है कि उसके दोनों बच्चे ऑपरेशन के बाद बिल्कुल स्वस्थ हो जाए तो उससे बड़ी कोई खुशी नहीं होगी।