प्रवासी भारतीय सम्मलेन: शानदार व्यवस्थाओं के बीच भव्य कार्यक्रम, इस बात के लिए सीएम ने मंच से मांगी माफी

प्रवासी भारतीय सम्मलेन: शानदार व्यवस्थाओं के बीच भव्य कार्यक्रम, इस बात के लिए सीएम ने मंच से मांगी माफी

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ  

इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में तीन दिवसीय प्रवासी सम्मेलन का आयोजन हो रहा  है। सोमवार को इस सम्मेलन में पीएम मोदी इंदौर पहुंचे हैं और उन्होंने सम्मलेन को संबोधित किया। सम्मलेन के लिए पूरे इंदौर शहर को सजाया गया है।

बेहद खास व्यवस्थाओं के बीच भव्य कार्यक्रम चल रहा है। लेकिन बावजूद इसके सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंच से सम्मलेन में मौजूद लोगों से माफी मांगी है। 

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रवासी भारतीय सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के अृमतकाल में एमपी में अमृत वर्षा हो रही है।

इंदौर में इस बात की होड़ लगी हुई है कि प्रवासी भारतीय मेहमान होटल नहीं बल्कि हमारे घरों में ठहरेंगे। इंदौर में एक अद्भुत उत्साह और उमंग का वातावरण है। इंदौर ने अपने दिल के दरवाजे और अपने घरों के दरवाजे भी खोले हैं। 

सीएम शिवराज ने कहा कि भारत दुनिया को प्यार और शांति का संदेश दे रहा है। पश्चिमी देश और रूस से अगर कोई कह सकता है तो वो केवल पीएम मोदी ही है।

रूस और यूक्रेन का युद्ध शुरू हुआ तो हमारे मंत्री कैसे निकले। छात्रों और विद्यार्थी बेटे हाथ में तिरंगा लेकर निकल गए। जिन्हें देख रूस की फौजें भी रूक गई और यूक्रेन भी ठिठक गया। 

सीएम ने इस बात के लिए मांगी माफी 

सीएम ने कहा कि भारत में दो नरेंद्र हुए हैं। एक 100 साल पहले नरेंद्र स्वामी विवेकानंद जिसने भारत को विश्व गुरू बनाया था, और एक आज नरेंद्र मोदी जिनके नेतृत्व में भारत में ये कार्य हो रहा है।

भारत विश्वगुरू बनने की ओर है। मैं आज आप सब से माफी चाहता हूं, कि ये हॉल छोटा पड़ गया, लेकिन हाल छोटा पड़ने से कुछ नहीं होता है, आप सभी के लिए दिलों मे जगह की कोई कमी नहीं है। 

पीएम मोदी ने इंदौर को बताया स्वाद की राजधानी

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में इंदौर की तारीफ करते हुए कहा कि इंदौर अद्भुत है। इंदौर समय से आगे चलता है, फिर भी अपनी विरासत को समेटे हुए है।

इंदौरी नमकीन का स्वाद, साबूदाने की खिचड़ी, कचौरी, समोसे जिसने भी देखा उसके मुंह का पानी नहीं रूका। जिसने इन्हें चखा वो कहीं और मुड़कर देखा नहीं। 56 दुकान तो प्रसिद्ध है ही, सराफा भी महत्वपूर्ण है। ये ही वजह है कि इंदौर को स्वाद की राजधानी कहते हैं।

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