बिहार के नवादा में कर्ज में डूबी फैमिली के 6 लोगों ने खाया जहर, 5 की मौत, टॉर्चर कर रहे थे वसूलीवाले

बिहार के नवादा में कर्ज में डूबी फैमिली के 6 लोगों ने खाया जहर, 5 की मौत, टॉर्चर कर रहे थे वसूलीवाले

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

नवादा। बिहार के नवादा में एक ही परिवार के 6 लोगों के एक साथ जहर खाने का दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। इसमें 5 लोगों की मौत की खबर है, जबकि एक की हालत बेहद गंभीर बताई जाती है।

घटना नगर थाना के न्यू एरिया की है। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर हालत में सभी को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

कर्जदार लगातार टॉर्चर कर रहे थे

शुरुआती जांच में सामने आया है कि परिवार के मुखिया केदारलाल गुप्ता ने बुधवार देर रात अपनी पत्नी और 4 बच्चों सहित जहर खा लिया। इसमें 5 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने इन्हें पावापुरी विंस रेफर किया था।

वहां से पटना रेफर कर दिया गया। मरने वालों में केदारलाल गुप्ता, उनकी पत्नी अनिता कुमारी और तीन बच्चे-प्रिंस कुमार, शबनम कुमारी और गुड़िया कुमारी शामिल हैं। एक छोटी बेटी साक्षी की हालत अभी भी गंभीर है।

उसे पहले पावापुरी विंस में भर्ती कराया गया था, लेकिन हालत गंभीर होने पर नवादा जिला अस्पताल भेजा गया। वहां भी जब हालत में सुधार नहीं हुआ, तो पटना रेफर कर दिया गया।

पुलिस की जांच में सामने आया है कि केदारलाल विजय बार में फल की दुकान चलाते थे। उन्होंने कुछ लोगों से कर्ज ले रखा था। वे समय पर कर्ज नहीं चुका पा रहे थे। कर्जदार उन्हें काफी समय से प्रताड़ित कर रहे थे। माना जा रहा है कि इसी से परेशान होकर शहर की एक मजार के पास जाकर सभी ने जहर खा लिया।

जहर खाने से पहले बेटे ने बनाया था वीडियो

इन लोगों के जहर खाने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को अस्पताल ले गई। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब केदारलाल गुप्ता थोड़े होश में थे। पुलिस के पूछने पर उन्होंने बताया कि उन पर 10-12 लाख रुपए का कर्ज था।

वे इसे चुका नहीं पा रहे थे। इसलिए परिवार ने एक राय होकर साथ में जहर खा लिया। हालांकि अस्पताल में पहुंचने पर केदारलाल गुप्ता की मौत हो गई। जहर खाने से पहले केदार के बेटे प्रिंस ने एक वीडियो भी बनाया।

इसमें वो कहते सुना गया कि कुछ लोगों से कर्ज लिया था, वे परिवार को परेशान कर रहे थे। परिवार ने कर्ज चुकाने के लिए कर्जदारों से कुछ और समय मांगा था, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। कर्जदार बार-बार धमकियां दे रहे थे।

परिवार की इकलौती जिंदा बची बेटी की हालत अभी गंभीर है। उसने पुलिस को बताया कि कर्ज न चुका पाने के कारण उसके पापा डिप्रेशन में थे। साक्षी ने किसी कर्जदार मनीष का नाम लिया है। हालांकि पुलिस अभी कुछ भी कहने से बच रही है।

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