क्लर्क से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने तक, क्या आप जानते हैं द्रौपदी मुर्मू के बारे में ये 6 दिलचस्प बातें

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति (President Election 2022) पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। मुर्मू इस पद के लिए 24 जून यानी शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल कर रही हैं। बता दें कि राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होगा, जबकि रिजल्ट 21 जुलाई को आएगा। 64 साल की द्रौपदी मुर्मू संथाल आदिवासी समुदाय से आती हैं।
एक क्लर्क से लेकर राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने तक का उनका सफर इतना आसान नहीं रहा है। जानते हैं कि कौन हैं बीजेपी की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट्स।
Fact No.1- 4 साल तक बिजली और सिंचाई विभाग में क्लर्क रहीं :
पॉलिटिक्स में आने से पहले द्रौपदी मुर्मू ने एक टीचर के तौर पर करियर शुरू किया था। 1979 से 1983 के बीच उन्होंने सिंचाई और बिजली विभाग में जूनियर असिस्टेंट के तौर पर भी काम किया। इसके बाद 1994 से 1997 तक उन्होंने ऑनरेरी असिस्टेंट टीचर के रूप में भी काम किया।
Fact No.2- पहली बार में ही जीता विधानसभा चुनाव :
द्रौपदी मुर्मू ने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत 1997 में बीजेपी में शामिल होकर की। ओडिशा के रायरंगपुर जिले में आदिवासियों के लिए आरक्षित सीट पर वो 1997 में ही पहली बार पार्षद चुनी गईं। इसके बाद उन्होंने अपना पहला विधानसभा चुनाव 2000 में रायरंगपुर सीट से जीता और ओडिशा में वाणिज्य और परिवहन मंत्री बनीं।
Fact No.3- झारखंड की पहली राज्यपाल, जिन्होंने कार्यकाल किया पूरा :
द्रौपदी मुर्मू झारखंड की ऐसी पहली राज्यपाल हैं, जिन्होंने 22 साल पहले 2000 में झारखंड के गठन के बाद बतौर राज्यपाल अपना कार्यकाल पूरा किया। वो 2015 से 2021 के बीच झारखंड की गवर्नर रहीं।
Fact No.4- राष्ट्रपति बनीं तो पहली ट्राइबल प्रेसिडेंट होंगी मुर्मू :
द्रौपदी मूर्मु अगर राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वो देश की पहली ट्राइबल राष्ट्रपति होंगी। इसके साथ ही वो भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति भी बन जाएंगी। मुर्मू के पॉलिटिकल करियर की शुरुआत तब हुई जब वो पहली बार ओडिशा की रायरंगपुर सीट से विधायक बनीं।
Fact No.5- आंखें दान कर चुकीं द्रौपद्री मुर्मू :
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 2016 में मुर्मू ने रांची के कश्यप मेडिकल कॉलेज द्वारा आयोजित 'रन ऑफ विजन' कार्यक्रम में अपनी आंखें दान करने की घोषणा की थी। मुर्मू कई तरह के सामाजिक कार्यों से भी जुड़ी हुई हैं। 2007 में ओडिशा विधानसभा ने उन्हें उत्कृष्ट विधायक को दिए जाने वाले नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया था।
Fact No.6- लोक अदालत के जरिए सुलझाए 5 हजार मामले :
मुर्मू ने राज्यपाल रहने के दौरान उच्च शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर लोक अदालतों का आयोजन करवाया। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों और यूनिवर्सिटी से जुड़े करीब 5,000 मामलों को सुलझाया। इतना ही नहीं, मुर्मू ने यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में नामांकन की प्रक्रिया को सेंट्रलाइज्ड करने के लिए चांसलर पोर्टल भी बनवाया था।