कूनो नेशनल पार्क में चीता ने PM मोदी से मिलाई आंखें, मानों पूछ रहा हो- कहां ले आए आप?

कूनो नेशनल पार्क में चीता ने PM मोदी से मिलाई आंखें, मानों पूछ रहा हो- कहां ले आए आप?

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

भोपाल। भारत में 70 साल बाद चीतों की वापसी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ऐतिहासिक बताया है। 1952 में इन्हें भारत से विलुप्त घोषित कर दिया गया था। प्रधानमंत्री ने शनिवार को मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीतों को छोड़ा।

नामीबिया से आठ चीतों को विमान से ग्वालियर लाया गया। इसके बाद उन्हें हेलिकॉप्टर से कूनो पहुंचाया गया। प्रधानमंत्री ने तीन चीतों को नेशनल पार्क के बाड़े में छोड़ा। इसके बाद नरेंद्र मोदी ने बाड़े के पास जाकर उन्हें देखा। इस दौरान एक चीता ने पीएम से आंखें मिलाई, मानों पूछ रहा हो मुझे कहां ले आए आप? देखें खास तस्वीरें...

प्रधानमंत्री ने चीतों के बॉक्स को लीवर घुमाकर खोला। जैसे ही बॉक्स खुला चीते तेजी से बाहर आए और नए माहौल का जायजा लेने लगे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने खुद कैमरा हाथ में लेकर उनकी फोटोग्राफी की। 

चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ने के लिए प्रधानमंत्री काला चश्मा और ग्रीन हैट पहनकर आए थे। उन्होंने जैकेट भी पहन रखा था। चीते जब अपने नए बाड़े में घूम रहे थे तो नरेंद्र मोदी ने पास जाकर उन्हें देखा।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़े जाने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मौजूद थे।

नामीबिया से लाए गए चीतों को बाड़े में छोड़ने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोजेक्ट चीता से जुड़े अधिकारियों और विशेषज्ञों से बात की। 

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के बाड़े के अंदर छोड़े जाने के बाद चीता ने नए माहौल का जायजा लिया। नरेंद्र मोदी और उनके साथ मौजूद नेताओं ने बाड़े के पास जाकर चीतों को देखा।

चीतों की फोटोग्राफी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी प्रसन्न दिखे। चीतों ने कूनो नेशनल पार्क के बाड़े में चहल-कदमी की तो उन्होंने ताली बजाकर खुशी व्यक्त की।

डीएसएलआर कैमरा लेकर नरेंद्र मोदी ने चीतों की फोटोग्राफी की। इस दौरान वह किसी प्रोफेशनल फोटोग्राफर की तरह तस्वीरें ले रहे थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मचान पर चढ़कर बाड़े में मौजूद चीतों को करीब से देखा। 

बाड़े में छोड़े जाने के बाद चीता ने अपनी सहज प्रवृत्ति के अनुसार इलाके का जायजा लिया। इस दौरान उसे गर्मी लगी तो पेड़ की छाया में चला आया।

चीता एक टेरिटोरियल जानवर है। यह अपना इलाका बनाकर रहता है। चीता छोटे समूह में रहता है। इसका मुख्य शिकार हिरण जैसे शाकाहारी जानवर हैं।

कूनो नेशनल पार्क में चीतों के संरक्षण के लिए आसपास के गांव के युवाओं को चीता मित्र के रूप में काम मिला है। प्रधानमंत्री ने चीता मित्रों से बातचीत की।

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