चौथे टेस्ट में पाटीदार को एक और मौका संभव, बुमराह की गैरहाजिरी ने मुश्किल बढ़ाई

चौथे टेस्ट में पाटीदार को एक और मौका संभव, बुमराह की गैरहाजिरी ने मुश्किल बढ़ाई

इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत 2-1 से आगे है। सीरीज का चौथा मुकाबला रांची में 23 फरवरी से खेला जाएगा। इसे जीतते ही भारत अंग्रेजों के खिलाफ लगातार तीसरी होम सीरीज जीत लेगा।

तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और केएल राहुल इस मुकाबले में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं होंगे। सिलेक्टर्स ने मुकेश कुमार को टीम में शामिल किया है।

सीरीज के अहम मुकाबले में जसप्रीत बुमराह की जगह कौन लेगा और भारत की प्लेइंग-11 क्या होगी, आगे जानने की कोशिश करते हैं।

बुमराह को आराम दिया, अब 2 कंडीशन-
सिलेक्टर्स ने बुमराह को आराम दिया है, तो प्लेइंग-11 में चेंज की दो कंडीशन बनती दिख रही हैं।

  • स्पिन पिच : सिराज के साथ 4 स्पिनर्स, अक्षर की वापसी संभव बुमराह की गैरमौजूदगी में रांची की पिच स्पिन फ्रेंडली होने पर भारतीय टीम 4 स्पिनर और एक तेज गेंदबाज के साथ उतर सकती है। ऐसे में जडेजा, कुलदीप और अश्विन के साथ अक्षर पटेल को टीम में लाया जाएगा और मोहम्मद सिराज को पेसर के तौर पर रखा जाएगा।
  • सामान्य पिच : 2 पेसर उतर सकते हैं; मुकेश की वापसी या आकाश का डेब्यू भी संभव यदि रांची की पिच दूसरे और तीसरे मुकाबले के जैसी रही, तो भारतीय टीम को 2 तेज गेंदबाज के साथ उतरेगी। सिराज के साथ मुकेश कुमार तेज गेंदबाजी की कमान संभाल सकते हैं। या फिर युवा आकाश दीप को भी डेब्यू कराया जा सकता है।

पाटीदार को एक और मौका मिल सकता है
भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर अच्छा कर रहा था। पिछले मुकाबले में कप्तान रोहित शर्मा (131 रन), यशस्वी जायसवाल (214 रन) ने धमाकेदार पारियां खेली थीं। गिल ने भी 91 रन का योगदान दिया था। मिडिल ऑर्डर में रजत पाटीदार को छोड़कर सरफराज खान ने दो अर्धशतक समेत 130 रन बनाए, जबकि रवींद्र जडेजा (112 रन) ने शतक जमाया।

इसके बावजूद रजत पाटीदार को एक और मौका मिल सकता है। रजत सीरीज के 2 मैचों में महज 46 रन ही बना सके हैं। अगर पाटीदार को बाहर किया गया तो देवदत्त पडिक्कल को मौका मिल सकता है। हालांकि, टीम से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि पाटीदार को एक बार फिर मौका दिया जा सकता है।

अहम मुकाबले से बुमराह को आराम क्यों?
BCCI ने कहा है कि बुमराह को रेस्ट देने का फैसला सीरीज की लंबी अवधि और पिछले कुछ दिनों में खेले गए क्रिकेट की मात्रा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

मतलब साफ है कि सिलेक्टर्स उन्हें आराम देकर आखिरी टेस्ट के लिए तरोताजा रखना चाहते हैं। साथ ही जून में टी-20 वर्ल्ड कप भी होना है। टीम मैनेजमेंट और सिलेक्टर्स नहीं चाहते कि इतने अहम टूर्नामेंट से पहले बुमराह चोटिल हों। वे चोट के कारण 2022 में ऑस्ट्रेलिया में हुए टी-20 वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं बन पाए थे।

 

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