इटानगर में 12 घंटे के बंद के दौरान हिंसक झड़प, एपीपीएससी के अध्यक्ष व सदस्यों का शपथ समारोह स्थगित

 इटानगर में 12 घंटे के बंद के दौरान हिंसक झड़प, एपीपीएससी के अध्यक्ष व सदस्यों का शपथ समारोह स्थगित

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

इटानगर। राजधानी बंद के दौरान शुक्रवार को कई इलाकों में बंद समर्थक और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़प के बाद तनाव का माहौल बन गया है। इस हिसंक झड़प में कई बंद समर्थक घायल हुए हैं। इसके बाद सरकार ने अरुणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एपीपीएससी) के नए अध्यक्ष और सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह को स्थगित कर दिया। इसी बीच मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने पीएजेएसएस को चर्चा के लिए आमंत्रित किया है। यह बैठक शनिवार को सचिवालय में होगी।

दरअसल, पैन अरुणाचल संयुक्त संचालन समिति (पीएजीएसएस) एपीपीएसी में कैश-फॉर-जॉब घोटाले के संबंध में 13-सूत्री मांगों और एपीएससी के नये अध्यक्ष की नियुक्त को लेकर नाराजगी जता रहा है। पीएजीएसएस ने राज्य सरकार के इस ढुलमुल रवैये के खिलाफ शुक्रवार को 12 घंटा राजधानी इटानगर बंद का आह्वान किया है।

शुक्रवार को पीएजीएसएस का बंद सुबह 5 बजे से शुरू हुआ। हजारों की संख्या में बंद समर्थक राजधानी क्षेत्र खासकर सचिवालय और राजभवन को घेरने की कोशिश की। पुलिस के रोकने पर बंद समर्थक और सुरक्षा बलों के बीच हाथापाई हुई, जिसमें कई बंद समर्थकों (महिला व एक बच्चा) के घायल होने की जानकारी मिली है।

राजधानी क्षेत्र में बंद समर्थकों के आक्रोश और तोड़फोड़ को देखते हुए और अरुणाचल स्वदेशी जनजाति (एआईटीएफ) और पीएजेएसएस के अनुरोध पर राज्य सरकार ने शुक्रवार को एक आपातकालीन वर्चुअली बैठक कर एपीपीएससी के नये अध्यक्ष और सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह को राज्य सरकार ने स्थगित कर दिया।

उल्लेखनीय है कि आज एपीपीएससी के नये अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) शांतनु दयाल तथा कोज तारी, प्रो. प्रदीप लिंगफा और रोजी तबा काे सदस्य के रूप में शपथ दिलाने के लिए समारोह आयोजित किया गया था।

राजधानी क्षेत्र में बंद समर्थकों के तोड़फोड़ एवं हिंसक प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने चिंता जताई। मुख्यमंत्री खांडू ने इटानगर में पत्रकारों से कहा कि सभी बंद समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की गई।

उन्होंने कहा कि आगामी शनिवार को पीएजेएसएस को सचिवालय में उनकी 13 सूत्री मांगों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किए गया है। उन्होंने कहा कि आंदोलन और तोड़फोड़ से किसी भी समस्या का कोई समाधान नहीं होगा। हमें शांति से बातचीत के जरिए मामले को सुलझाना चाहिए।

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