वसुंधरा बोलीं- मेरी तारीफ गहलोत का बड़ा षड्यंत्र:वे झूठ बोल रहे हैं; CM ने कहा था- 2020 में राजे ने बचाई थी कांग्रेस सरकार

वसुंधरा बोलीं- मेरी तारीफ गहलोत का बड़ा षड्यंत्र:वे झूठ बोल रहे हैं; CM ने कहा था- 2020 में राजे ने बचाई थी कांग्रेस सरकार

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

जयपुर । सियासी संकट के वक्त सरकार गिराने में सहयोग नहीं देने पर सीएम अशोक गहलोत के पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की तारीफ करने पर विवाद हो गया है। राजे ने गहलोत पर निशाना साधते हुए उनकी तारीफ को षड्यंत्र बताया है। राजे ने रविवार देर रात लिखित बयान जारी कर कहा, 'मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 2023 में होने वाली हार से भयभीत होकर झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह पर आरोप लगाया है, जिनकी ईमानदारी और सत्य निष्ठा सब जानते हैं।'

राजे ने कहा, 'जीवन में मेरा जितना अपमान गहलोत ने किया कोई कर ही नहीं सकता। वे 2023 के चुनाव में होने वाली ऐतिहासिक हार से बचने के लिए ऐसी मनगढ़ंत कहानियां गढ़ रहे हैं। जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उनकी ये चाल कामयाब होने वाली नहीं है।'

राजे बोलीं- उनके विधायकों ने पैसा लिया तो FIR करवाएं
राजे ने कहा, 'रिश्वत लेना और देना दोनों अपराध हैं। यदि उनके विधायकों ने पैसा लिया है, तो एफआईआर दर्ज करवाए। सच तो यह है कि अपनी ही पार्टी में हो रही बगावत और कम होते जनाधार के कारण बौखलाहट में उन्होंने ऐसे अमर्यादित और झूठे आरोप लगाए हैं।'

गहलोत तो विधायकों की खरीद-फरोख्त में माहिर
वसुंधरा राजे ने कहा, 'विधायकों की खरीद-फरोख्त की जहां तक बात है, इसके महारथी तो खुद अशोक गहलोत हैं। जिन्होंने 2008 और 2018 में अल्पमत में होने के कारण ऐसा किया था। उस वक्त न भाजपा को बहुमत मिला था और न ही कांग्रेस को। हम भी सरकार बना सकते थे, पर यह भाजपा के सिद्धांतों के खिलाफ था। इसके विपरीत गहलोत ने विधायकों को खरीद कर दोनों समय सरकार बनाई थी।'

गहलोत ने रविवार को धौलपुर के राजाखेड़ा में सभा की। यहीं राजे की जमकर तारीफ की।

गहलोत ने रविवार को धौलपुर के राजाखेड़ा में सभा की। यहीं राजे की जमकर तारीफ की।

गहलोत ने सरकार गिराने में सहयोग नहीं करने पर वसुंधरा राजे की तारीफ की थी
गहलोत ने रविवार को धौलपुर के राजाखेड़ा में बीजेपी से निष्कासित विधायक शोभारानी कुशवाह के साथ वसुंधरा और कैलाश मेघवाल की तारीफ की थी। गहलोत ने कहा था कि शोभारानी ने हमारा साथ दिया तो भाजपा वालों की हवाइयां उड़ गई। कैलाश मेघवाल और वसुंधरा जी को मालूम था कि भैरों सिंह शेखावत मुख्यमंत्री थे, उस वक्त उनकी पार्टी के लोग सरकार गिरा रहे थे। कैलाश मेघवाल और वसुंधरा राजे ने कहा कि हमारे यहां पैसे के बल पर चुनी हुई सरकारों को गिराने की कभी परंपरा नहीं रही है, तो क्या उन्होंने क्या गलत किया? शोभारानी कुशवाह ने वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल की सुनी और इनकी अंतरात्मा ने कहा मुझे भी ऐसे लोगों का साथ नहीं देना चाहिए तो क्या गलत किया? इसलिए हमारी सरकार बची है। मैं जिंदगी में यह घटना कभी भूल नहीं सकता जो मेरे साथ बीती थी।

Share this story