त्रिपुरा में सीएम चेहरा बदले जाने के सारे कयासों पर विराम: विधायक दल के नेता चुने गए डॉ.मानिक साहा, 15 मार्च को लेंगे शपथ

त्रिपुरा में सीएम चेहरा बदले जाने के सारे कयासों पर विराम: विधायक दल के नेता चुने गए डॉ.मानिक साहा, 15 मार्च को लेंगे शपथ

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

Tripura new government: त्रिपुरा में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को दुबारा पूर्ण बहुमत मिला है। सोमवार को बीजेपी विधायक दल की मीटिंग में डॉ.मानिक साहा को नेता चुन लिया गया। नवनिर्वाचित विधायक दल के नेता डॉ.मानिक साहा 15 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।

प्रतिमा भौमिक के नाम पर लग रहा था कयास

त्रिपुरा में बीते कार्यकाल के दौरान बीजेपी ने मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया था। राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री बिप्लव देव को हटाकर पार्टी हाई कमान ने डॉ.मानिक साहा को नया चीफ मिनिस्टर बना दिया था। बीता विधानसभा चुनाव भी डॉ. मानिक साहा की अगुवाई में ही लड़ा गया। हालांकि, केंद्रीय मंत्री डॉ. प्रतिमा भौमिक को भी बीजेपी ने विधानसभा चुनाव लड़ाया था। डॉ.प्रतिमा भौमिक के चुनाव मैदान में उतारे जाने के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि राज्य में एक बार फिर मुख्यमंत्री का चेहरा बदला जा सकता है। माना जा रहा था कि डॉ.भौमिक के रूप में बीजेपी राज्य को पहला मुख्यमंत्री दे सकती है। हालांकि, सोमवार को विधायक दल की मीटिंग में सारे कयासों पर विराम लग गया। डॉ.मानिक साहा को एक बार फिर विधायक दल का नेता चुन लिया गया। इसी के साथ उनके मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की पुष्टि भी हो गई।

पीएम के अतिरिक्त बीजेपी की टॉप लीडरशिप रहेगी मौजूद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अतिरिक्त शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा की टॉप लीडरशिप की मौजूदगी होगी। पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी नार्थ-ईस्ट में पार्टी के बढ़ते जनाधार को दर्शाएगा।

बीजेपी गठबंधन ने 32 सीटें जीती हैं...

असम में बीजेपी को दोबारा सत्ता हासिल हुई है। पहली बार बिप्लव कुमार देब के नेतृत्व में भाजपा सरकार में आई थी। हालांकि, बिप्लव कुमार देव को बदलने के बाद डॉ.मानिक साहा की अगुवाई में इस बार चुनाव मैदान में थी। पार्टी को इस बार 32 सीटों पर जीत मिली है। जबकि सहयोगी इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा को एक सीट मिली है। राज्य में 60 विधानसभा की सीटें हैं। आदिवासी आधारित टिपरा मोथा पार्टी ने इस बार आश्चर्यजनक सफलता पाई है। रॉयल फैमिली के मेंबर की अगुवाई वाली इस पार्टी को 13 सीटें मिली है। जबकि माकपा को 11 सीटें और कांग्रेस को 3 सीटें मिली हैं।

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