राम नवमी  : भगवान श्रीराम के 5 मंदिर हैं बहुत खास, सभी से जुड़ी हैं खास मान्यताएं और परंपराएं

राम नवमी  : भगवान श्रीराम के 5 मंदिर हैं बहुत खास, सभी से जुड़ी हैं खास मान्यताएं और परंपराएं

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

ये हैं भगवान श्रीराम के प्रसिद्ध मंदिर...

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी (Ram Navami 2023) का पर्व मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, त्रेता युग में इसी दिन भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। इस बार ये तिथि 30 मार्च, गुरुवार को है। इस दिन सभी राम मंदिरों में विशेष पूजा आदि की जाती है। (Famous Temple of Lord Rama) वैसे तो हमारे देश में भगवान राम के अनेक मंदिर हैं, लेकिन इन सभी में कुछ बहुत खास हैं। राम नवमी के मौके पर हम आपको श्रीराम के 5 प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बता रहे हैं, जो इस प्रकार हैं…

  मध्य प्रदेश के ओरछा में भगवान श्रीराम का प्रसिद्ध मंदिर

 

यहां देते हैं श्रीराम को गार्ड ऑफ ऑनर

मध्य प्रदेश के ओरछा में भगवान श्रीराम का प्रसिद्ध मंदिर हैं। यहां भगवान श्रीराम को राजा के रूप में पूजा जाता है। यहां पुलिस जवानों द्वारा रोज सूर्यास्त और सूर्योदय के समय राजा रामचन्द्र को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। मान्यता है कि इस मंदिर में स्थापित भगवान श्रीराम की प्रतिमा वही है जो किसी समय अयोध्या के मंदिर में स्थापित थी। प्रचलित कथाओं के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण ओरछा के राजा मधुकर शाह उनकी पत्नी गणेशकुंवरी ने करवाया था।

 भगवान श्रीराम का एक प्रसिद्ध मंदिर महाराष्ट्र के नासिक में

साधुओं को मिली थी ये प्रतिमा

भगवान श्रीराम का एक प्रसिद्ध मंदिर महाराष्ट्र के नासिक में भी है। इसे कालाराम मंदिर के नाम से जाना जाता है। यहां स्थापित भगवान श्रीराम की प्रतिमा काले पत्थर के निर्मित है, इसलिए इस मंदिर का ये नाम रखा गया है। कहा जाता है कि ये प्रतिमा साधुओं को अरुणा-वरुणा नदी के तट पर प्राप्त हुई थी। उस समय साधुओं ने एक साधारण मंदिर बनाकर इस प्रतिमा की स्थापना कर दी थी। बाद में पेशवाओं के शासनकाल में इस मंदिर का निर्माण सरदार रंगराव ओढ़ेकर ने 1782 में करवाया था।

 भगवान श्रीराम का एक प्रसिद्ध मंदिर महाराष्ट्र के नासिक में

इस राम मंदिर में होते हैं चारों धाम के दर्शन

जम्मू में स्थित भगवान श्रीराम का मंदिर काफी प्रसिद्ध है। इसे रघुनाथ मंदिर कहा जाता है। ये मंदिर जम्मू कश्मीर के संस्थापक महाराजा गुलाब सिंह द्वारा बनवाया गया था। इसे बनने में लगभग 20 साल से अधिक का समय लगा। मंदिर में सोने की कारीगरी देखने लायक है। राम नवमी यहां भव्य आयोजन होता है। मंदिर में ही चारों धामों की प्रतिकृतियां भी बनाई गई हैं। दूर-दूर से भक्त यहां भगवान के दर्शन करने आते हैं।

 तमिलनाडु के कुंभकोणम में स्थित रामास्वामी मंदिर

400 साल पुराना है ये मंदिर

दक्षिण भारत में भी भगवान श्रीराम के अनेक मंदिर हैं, इनमें से एक है तमिलनाडु के कुंभकोणम में स्थित रामास्वामी मंदिर। इस मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में हुआ था। यानी ये मंदिर लगभग 400 साल से अधिक पुराना है। इस मंदिर में 219 तस्वीरें हैं जो रामायण के विभिन्न पात्रों की है। इस मंदिर का नक्काशी देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां आते हैं।

 उड़ीसा के भुवनेश्वर में भी भगवान श्रीराम का प्रसिद्ध मंदिर है

ये है उड़ीसा का सबसे सुंदर मंदिर

उड़ीसा के भुवनेश्वर में भी भगवान श्रीराम का प्रसिद्ध मंदिर है। लोग इसे तीर्थ स्थान के रूप में पूजते हैं। मंदिर में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और देवी सीता की सुंदर प्रतिमाएं हैं, जो किसी का भी मन मोह सकती हैं। राम नवमी के मौके पर यहां विशाल आयोजन किए जाते हैं। यहां की वास्तुकला और नक्काशी देखने लायक है। यह मंदिर ओडिशा के सबसे सुंदर मंदिरों में से एक है।

Share this story