छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में सैंकड़ों गाड़ियां फूंक दी, कलेक्टर ऑफिस में भी आगजनी…
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Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
रायपुर । छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में सतनामी समाज के लोगों ने हिंसक विरोध प्रदर्शन किया है, कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया है, कलेक्टर ऑफिस में भी आगजनी हुई है। बताया जा रहा है कि अमर गुफा में हुई संदिग्ध तोड़फोड के बाद सतनामी समाज की तरफ से यह बवाल किया गया है। पिछले कई दिनों से इस मामले में जांच की मांग हो रही थी, अब उसी बीच भीड़ ने यह हिंसक प्रदर्शन किया।
आखिर यह हिंसा क्यों भड़की है?
जानकारी मिली है कि दर्जन भर से भी ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले किया गया, पुलिसकर्मियों पर भी पत्थर फेंके गए हैं, कलेक्टर ऑफिस में भी जमकर तोड़फोड़ हुई है। बताया जा रहा है कि इस हिंसा में बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं, पुलिस को भी मौके से भागना पड़ गया था। आरोप तो यहां तक लगे हैं कि हिंसक भीड़ ने पुलिस के जवानों पर ही डंडे बरसा दिए, उन्हें वहां से खदेड़ दिया।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
अब प्रशासन को इस विरोध प्रदर्शन की जानकारी पहले से थी, लेकिन यह किसी को नहीं पता था कि हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हो जाएंगे। उसी वजह से वहां मौजूद पुलिस भी आक्रोशित भीड़ पर काबू नहीं पा सकी और जमकर हिंसा देखने को मिली। अब समझने वाली बात यह है कि कथित तोड़फोड़ वाले मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन आक्रोशित समाज उससे संतुष्ट नजर नहीं आया।
छत्तीसगढ़ सरकार ने क्या बोला है?
अभी के लिए इस मामले में छत्तीसगढ़ सरकार ने न्यायिक जांच की बात कर दी है। जोर देकर कहा गया है कि समाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली इस घटना की सही तरह से जांच होना जरूरी है। आक्रोशित समाज तो सीबीआई जांच की मांग पर अड़ा हुआ है, लेकिन राज्य सरकार ने एक जज की अध्यक्षता में जांच करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।