याचिका खारिज होने पर बोले डीके शिवकुमार, आखिरी सांस तक लड़ूंगा, भाजपा पर भी लगाया यह आरोप

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डीके शिवकुमार ने भाजपा पर भी निशाना साधा। डीके शिवकुमार ने कहा कि बीजेपी कर्नाटक के लोगों को ब्लैकमेल कर रही है. कोविड, सूखे और किसी भी तरह की परेशानी के दौरान डबल इंजन मदद नहीं कर सका। उन्होंने कहा कि वे पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और कई अन्य विपक्षी सरकार के राज्यों को परेशान कर रहे हैं। हम इन सभी दबावों को झेल सकते हैं।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

बेंगलुरु। कर्नाटक चुनाव के बीच ही राज्य के कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार को बड़ा झटका लगा है। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने डीके शिवकुमार की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को राज्य सरकार द्वारा मंजूरी दिए जाने को चुनौती दी थी। इसको लेकर डीके शिवकुमार का बयान भी सामने आया है। डीके शिवकुमार ने कहा कि मैं उच्च न्यायालयों का दरवाजा खटखटाऊंगा; मैं आखिरी सांस तक लड़ूंगा। मैं कानून की अदालत में विश्वास करता हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे अभी भी विश्वास है कि उन्होंने अन्याय किया है। सब कुछ पारदर्शी है। 

इसके अलावा डीके शिवकुमार ने भाजपा पर भी निशाना साधा। डीके शिवकुमार ने कहा कि बीजेपी कर्नाटक के लोगों को ब्लैकमेल कर रही है. कोविड, सूखे और किसी भी तरह की परेशानी के दौरान डबल इंजन मदद नहीं कर सका। उन्होंने कहा कि वे पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और कई अन्य विपक्षी सरकार के राज्यों को परेशान कर रहे हैं। हम इन सभी दबावों को झेल सकते हैं। आपको बता दें कि केंद्रीय एजेंसी के एक अनुरोध के बाद, राज्य सरकार ने 25 सितंबर, 2019 को मंजूरी दी थी और उस आधार पर एजेंसी ने तीन अक्टूबर, 2020 को उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। शिवकुमार ने मंजूरी और प्राथमिकी दोनों को चुनौती देते हुए उच्च न्यायालय में दो अलग-अलग याचिकाएं दायर की थी। 

कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार और उनके परिवार की संपत्ति 2018 के विधानसभा चुनावों के दौरान 840.08 करोड़ रुपये थी, जो 2023 के चुनाव से पहले बढ़कर 1,413.78 करोड़ रुपये हो गई। यह बढ़त पिछले पांच वर्षों में 68.29 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाती है। कनकपुरा विधायक ने सोमवार को अपना हलफनामा दायर किया और वह इसी निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। हलफनामे के मुताबिक, उनके पास 251.69 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है, जिसमें हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) के 6.75 करोड़ रुपये शामिल हैं। 

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