बजट सत्र : पीएम ने कहा, 'आज के वैश्विक हालात में भारत ही नहीं, पूरी दुनिया भारत के बजट की ओर देख रही

बजट सत्र : पीएम ने कहा, 'आज के वैश्विक हालात में भारत ही नहीं, पूरी दुनिया भारत के बजट की ओर देख रही
संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पहले संबोधन से कुछ समय पहले पीएम ने मीडिया को संबोधित करके हुए अपना बड़ा बयान दिया है। इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यह सर्वे हर साल बजट से ठीक एक दिन पहले पेश किया जाता है।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ 
 

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वैश्विक अनिश्चितता के बीच दुनिया की नजर भारत के बजट पर है। पीएम मोदी इस साल के बजट सत्र से पहले मीडिया को संबोधित कर रहे थे। पीएम ने कहा, 'आज के वैश्विक हालात में भारत ही नहीं, पूरी दुनिया भारत के बजट की ओर देख रही है। हमारी वित्त मंत्री भी एक महिला हैं। वह कल देश के सामने एक और बजट पेश करेंगी। आज की वैश्विक परिस्थितियों में भारत ही नहीं पूरी दुनिया की नजर भारत के बजट पर है।

 
संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पहले संबोधन से कुछ समय पहले पीएम ने मीडिया को संबोधित करके हुए अपना बड़ान दिया है। इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यह सर्वे हर साल बजट से ठीक एक दिन पहले पेश किया जाता है। इस वर्ष, मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन की देखरेख में वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के आर्थिक प्रभाग द्वारा सर्वेक्षण तैयार किया गया था।

 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा Budget Session आज शुरू हो रहा है। अर्थव्यवस्था की दुनिया से विश्वसनीय आवाज़ें, एक सकारात्मक संदेश, आशा की किरण और उत्साह की शुरुआत लेकर आई हैं। आज का दिन अहम, पहली बार संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे राष्ट्रपति। संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति का पहला अभिभाषण हमारे संविधान और विशेषकर महिलाओं के सम्मान के लिए गर्व का विषय है। पूरी दुनिया की नजर भारत पर है।

संसद सत्र की शुरु होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि 'भारत पहले, नागरिक पहले' की सोच को लेकर हम संसद के इस बजट सत्र को आगे बढ़ाएंगे। मुझे उम्मीद है कि विपक्षी नेता संसद के समक्ष अपने विचार रखेंगे। अस्थिर वैश्विक आर्थिक स्थिति के बीच, भारत का बजट आम नागरिकों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेगा, दुनिया को जो आशा की किरण दिख रही है, वह और तेज होगी- इसके लिए मुझे दृढ़ विश्वास है कि निर्मला सीतारमण उन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सभी प्रयास करेंगी। 

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