राजस्थान में भाजपा का क्लीन स्वीप करने का सपना टूटा : 25 लोकसभा सीटों में से भाजपा को 14 सीट ,कांग्रेस ने 10 साल बाद खाता खोला

 राजस्थान में भाजपा का क्लीन स्वीप करने का सपना टूटा : 25 लोकसभा सीटों में से भाजपा को 14 सीट ,कांग्रेस ने 10 साल बाद खाता खोला

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

 जयपुर।  राजस्थान में भाजपा का क्लीन स्वीप करने का सपना टूट गया। सत्तारूढ़ पार्टी 25 से 14 सीटों पर आ गई। वहीं, कांग्रेस गठबंधन ने 11 सीटें जीतकर 10 साल बाद धमाकेदार वापसी की। लोकसभा चुनावों के रिजल्ट में केंद्रीय मंत्री सहित तीन भाजपा सांसदों की भी हार हुई है।

इनमें बाड़मेर-जैसलमेर से मंत्री कैलाश चौधरी, सीकर से सुमेधानंद सरस्वती, टोंक-सवाई माधोपुर से सुखबीर सिंह जौनापुरिया शामिल हैं। वहीं, पांच विधायक इस चुनाव में सांसद बने हैं। इनमें आरएलपी के हनुमान बेनीवाल नागौर से, कांग्रेस के हरीश मीणा टोंक-सवाईमाधोपुर से, मुरारीलाल मीणा दौसा से, बृजेंद्र ओला झुंझुनूं और भारत आदिवासी पार्टी से राजकुमार रोत लोकसभा जाएंगे।

इस चुनाव में सभी 25 सीटों पर भाजपा का वोट शेयर 8 से 10 प्रतिशत तक गिरा है। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर लगभग इतने ही प्रतिशत बढ़ा है। इस बार तीन महिला सांसद चुनकर आईं हैं। इनमें दो भाजपा से और एक भरतपुर से हैं। तीनों ही पहली बार चुनावी मैदान में उतरीं थीं।

जयपुर ग्रामीण सीट के रिजल्ट पर विवाद, कांग्रेस ने रीकाउंटिंग की मांग की
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सोशल मीडिया 'X' पर लिखा है- जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र में हुए कांटे के मुकाबले में प्रशासन का रवैया सवाल खड़े करता है। इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग को प्रत्याशी एवं पार्टी द्वारा की जा रही है। मैं चुनाव आयोग से मांग करता हूं कि इस सीट पर पारदर्शिता के साथ पुनः काउंटिंग कराई जाए।

भजनलाल सरकार में मंत्री किरोड़ीलाल मीणा, गजेंद्र सिंह खींवसर, सुमित गोदारा, जवाहर सिंह बेढम और केके विश्नोई के विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। पूर्व सीएम अशोक गहलोत के विधानसभा क्षेत्र सरदारपुरा में कांग्रेस नहीं जीत पाई। सीएम भजन लाल शर्मा और डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा की विधानसभा सीट पर भाजपा ने बढ़त हासिल की।

 

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