असम: विपक्षी सदस्यों का महाराष्ट्र के विधायक के विवादित बयान पर विधानसभा में हंगामा

तब मॉम बोली- अजू बेटा थैंक्स, आज अपनी बिल्डिंग सोसायटी की औरतों की किट्टी पार्टी थी. आज सारा प्रोग्राम मेरी सहेली रेशमा के घर पर था इसलिए ये कपड़े पहनकर गई थी. अभी उतारने वाली ही थी कि तू आ गया.  मैं बोला- मॉम, किट्टी पार्टी में सबसे सेक्सी और हॉट आप ही दिख रही होंगी? मॉम बोली- नहीं बेटा और भी है 3-4 लेडीज जो मेरी जैसे फिगर वाली है और दिखने सेक्सी और हॉट नजर आती हैं. तूने मेरी सहेली रेशमा को तो देखा ही है. वो तो मुझसे से ज्यादा सेक्सी और हॉट है. मैं बोला- हां मॉम, रेशमा आंटी हॉट और सेक्सी है लेकिन आपके जितनी नहीं. मॉम बोली- थैंक्स मेरा प्यारे बेटा जी!  हमारा खाना खत्म हो गया. मॉम ने बरतन किचन में रख दिए और बेडरूम की ओर चली गई. मैं भी पीछे पीछे मॉम के बेडरूम में चला गया.  मॉम अलमारी खोलकर घर के पहनने की कपड़े निकालने लग गई. मैं बोला- मॉम, मैं निकालूं आपके कपड़े? मॉम कातिलाना अंदाज़ में मुस्कराकर के बेड पर बैठ कर बोली- आप ही अपने चॉइस के कपड़े निकाल दीजिए.  मैंने अलमारी से एक टाईट पिंक कलर की लेडीज़ सेक्सी हाफ पैंट, जो लेडीज पैंटी से थोड़ी सी लंबी होती है और जो शायद मॉम बेडरूम में जब पापा होते थे, तब ही पहनती होंगी. मेरे सामने तो कभी भी मॉम इतने छोटे कपड़ों में नहीं दिखी, वो निकाली और एक छोटा सा टाईट लेडीज बनियान जो सिर्फ बूब्स को ढकता था, वो निकाला. और बोला- मॉम, इन्हें पहन लीजिए.  मॉम ने कपड़े ले लिए. मैं बोला- मॉम, आप क्या ये कपड़े अभी पहनने वाली हो क्या? मॉम बोली- हां बेटा, अभी चेंज करके थोड़ी देर नींद ले लेती हूं. किटी पार्टी के कारण शरीर में थकान आ गई है.  मैं सोच रहा था कि मॉम को कल का वादा याद होगा और वो आज अपने बूब्स को चूसने का मौका देंगी और चुदाई का भी मौका भी देंगी.  मॉम वो कपड़े लेकर बाथरूम में चली गई. पर मैं तो सोच रहा था कि मॉम कपड़े मेरे सामने ही चेंज कर लेंगी और मुझे मॉम के चिकने, सेक्सी और नंगे बदन की दर्शन हो जाएंगे. लेकिन मॉम तो अभी मुझसे क्यों शरमा रही हैं? कल रात तो हमारे बीच सब कुछ तो हो गया था.  मुझे थोड़ी चिंता होने लग गई कि मॉम ने कहीं अपने इरादे तो नहीं बदल दिए? कहीं उनके संस्कार, मां बेटे के सैक्स के रिश्ते को गलत तो नहीं मानने लग गए?  तभी मॉम बाथरूम से आई टाईट शॉर्ट, टी शर्ट पहने हुए … जो लंबाई में ब्रा जितना ही था. उसमें से मॉम के विशाला चूचे बाहर आ रहे थे. मॉम का गोरा पेट पूरा दिख रहा था और सेक्सी हाफ पैंट पहने हुई थी.  मॉम का हॉट, सेक्सी और अर्धनग्न बदन मेरे होश उड़ाए जा रहा था और मेरा नीचे का सामान खड़ा हो गया था.  मॉम ने अपनी डिजाइनर सलवार कुर्ती को अलमारी में रख दिया और पलंग पे लेट गई और मुझे बोली- बेटा, तू भी लेट जा, थोड़ा आराम कर ले! मैं भी मॉम के बाजू में लेट गया, मुझे नींद तो आने वाली नहीं थी और ना ही मैं थका हुआ था. मेरा तो प्रोग्राम कुछ और ही था लेकिन मॉम का शायद मूड कुछ और ही था. पर मैं कोई जबरदस्ती भी नहीं कर सकता था जिससे मामला पूरा उल्टा हो जाए.  फिर मैंने हिम्मत और साहस करके पूछ लिया- मॉम, आप मुझसे नाराज़ हो क्या? तो मॉम बोली- नो बेटा, तू ऐसे क्यों बोल रहा है? मैं बोला- मॉम, फिर आपने कपड़े भी मेरे सामने चेंज नहीं किए. कल रात को हमारे बीच सब कुछ हो गया था ना!  मॉम हल्के से मुस्करा और हल्की सी हंसी से बोली- ओह माय गॉड, तो तू इस बात से परेशान है. अरे वो मुझे ख्याल ही नहीं आया था नहीं तो मैं तेरे सामने ही चेंज कर लेती. मॉम की यह बात सुनकर मेरे जान में जान आई और मैं अंदर से बहुत खुश हुआ. नीचे मेरा लौड़ा भी अंडरवियर में नाचने लगा.  फिर मैं बोला- ओह ओके मॉम! मॉम बोली- अभी सो जाते हैं क्योंकि मैं बहुत थक गई हूं. रात को अपना प्रोग्राम करेंगे. मैं नकली मुस्कराहट से बोला- ओ.के. मॉम, नो प्रॉब्लम!

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

गुवाहाटी। असम के लोगों की कथित तौर पर कुत्ते के मांस खाने की आदतों के बारे में महाराष्ट्र के एक विधायक की विवादित टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को यहां विधानसभा में विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा किया। उन्होंने राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के अभिभाषण को बाधित किया, और बाद में सदन से बर्हिगमन भी किया।

कटारिया को बजट सत्र के पहले दिन अपना अभिभाषण 15 मिनट में ही खत्म करना पड़ा, क्योंकि विपक्षी सदस्य खड़े हो गये और नारेबाजी करने लगे। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि (महाराष्ट्र के) विधायक के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।

महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य बच्चू कडू ने कथित तौर पर सदन में एक प्रस्ताव रखा था कि आवारा कुत्तों की बढ़ती आबादी को नियंत्रित करने के लिए उन्हें असम भेजा जाए, क्योंकि इस पूर्वोत्तर राज्य में स्थानीय लोग इसका सेवन करते हैं। कटारिया ने जैसे ही अपना अभिभाषण शुरू किया, कांग्रेस विधायक कमलाख्या डे पुरकायस्थ ने यह मामला उठाया।

उन्होंने कडू के खिलाफ असम सरकार की निष्क्रियता पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने प्रधानमंत्री के खिलाफ कथित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी के लिए नयी दिल्ली तक पुलिस टीम भेजने का भी हवाला दिया। कुछ देर के अंतराल के बाद जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो विपक्ष ने इस मामले को फिर से सदन में उठाया।

ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के विधायक रफीकुल इस्लाम ने अध्यक्ष विश्वजीत डैमरी से अपील की कि वह कडू की टिप्पणी के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन का स्वत: संज्ञान लें और उन्हें असम विधानसभा आकर क्षमा मांगने को कहें।

इस्लाम के सहयोगी अमीनुल इस्लाम ने दावा किया कि कडू उन विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल महाराष्ट्र में सरकार बदलने के दौरान गुवाहाटी में डेरा डाला था। निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक मनोरंजन तालुकदार ने भी महाराष्ट्र के विधायक के खिलाफ कार्रवाई की विपक्षी सदस्यों की मांग का समर्थन किया।

कांग्रेस के सदस्य जैसे ही आसन के पास पहुंचे, डैमरी ने उनसे अपनी सीट पर लौट जाने और मामले को उचित माध्यम से उठाने को कहा। जोरदार हंगामे के बीच विपक्ष के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।

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