दिल्ली में हुए श्रद्धा मर्डर मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला की साकेत कोर्ट में पेशी

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
नई दिल्ली। दिल्ली में हुए श्रद्धा मर्डर मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को सात फरवरी को साकेत कोर्ट में पेश किया गया। इस मामले में दिल्ली की साकेत कोर्ट ने आरोपी आफताब के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा दाखिल आरोपपत्र पर संज्ञान लिया।
इस दौरान आफताब अमीन पूनावाला कोर्ट में फिजिकली पेश हुआ। आफताब को पुलिस ने तिहाड़ जेल से साकेत कोर्ट भारी सुरक्षा के बीच ले जाया गया। अब तक इस मामले में आफताब की अधिकतर बार पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही हुई है।
बता दें कि पुलिस ने 24 जनवरी को 6,629 पृष्ठ का आरोपपत्र दाखिल किया था। इस दौरान आरोपी आफताब को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश किया गया था। हालांकि अदालत ने फैसला किया है कि इस आरोप पत्र पर 21 फरवरी को सुनवाई होगी। इसके साथ ही आफताब के वकील को भी आरोपपत्र की कॉपी सौंपी गई है। हालांकि पहले आफताब ने कहा था कि वो अपना वकील भी बदलना चाहता है।
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने अपने मामले को पुख्ता करने के लिए 150 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं और पूनावाला पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) और 201 (अपराध के सबूत मिटाने) के तहत आरोप लगाए हैं। इसके अलावा आरोप पत्र में फोरेंसिक और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों के आधार पर बनाया है। इसमें डीएनए रिपोर्ट भी शामिल की गई है जिसे जंगलों से मिली हड्डियों के बाद बनाया गया था। चार्जशीट में पुलिस ने आफबात के नार्को टेस्ट, पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट को भी शामिल किया है।
दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा वालकर हत्याकांड में आफताब अमीन पूनावाला के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था तो अदालत ने आफताब की न्यायिक हिरासत की अवधि दो सप्ताह के लिए बढ़ाकर सात फरवरी तक कर दी थी। इस दौरान जब मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला ने पूछा कि आरोप पत्र कितने पन्नों का है, तो जांच अधिकारी ने कहा कि इसमें 6,629 पन्ने हैं। इस पर न्यायाधीश ने कहा, “यह बहुत बड़ा है। आखिरकार आज अदालत के समक्ष आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया।”
ये है मामला
आफताब पूनावाला (28) ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की कथित तौर पर हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए थे। उन्हें राष्ट्रीय राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में फेंक दिया था। हत्या की जानकारी महाराष्ट्र पुलिस से श्रद्धा विकास वालकर की गुमशुदगी की रिपोर्ट के बाद मिली थी। महाराष्ट्र के बाद महरौली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई और पीड़िता के पिता से पूछताछ की गई। पूनावाला और वालकर को आखिरी बार महरौली इलाके में किराए के मकान में देखा गया था। पूनावाला से उस आधार पर पूछताछ की गई और बाद में उसे 12 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच के दौरान डीसीपी (दक्षिण) के नेतृत्व में नौ टीम और एक विशेष जांच दल (एसआईटी) भी गठित किया गया था।