राहुल गांधी भारत जोड़ने न‍िकले हैं, मुझे लगता है कि उन्हें भारत के इतिहास को पढ़ने की जरूरत है : अमित शाह

Rahul Gandhi has gone out to connect India, I think he needs to read the history of India: Amit Shah

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का जिक्र करते हुए उन्‍होंने कहा, ‘‘अभी-अभी राहुल बाबा, भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं… विदेशी टी-शर्ट पहनकर वह भारत जोड़ने निकले हैं।”

उन्‍होंने कहा, ‘‘मैं राहुल बाबा और कांग्रेसियों को संसद में दिया गया उनका एक भाषण याद दिलाता हूं।

राहुल गांधी ने कहा था कि भारत राष्ट्र है ही नहीं। राहुल बाबा, किस किताब में आपने यह पढ़ा है? यह तो वह राष्ट्र है जिसके लिए लाखों, लाख लोगों ने प्राणों की आहुति दे दी।”  

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
 

जोधपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को कहा कि उन्हें पहले भारत का इतिहास पढ़ना चाहिए। साथ ही, उन्होंने राजस्‍थान की गहलोत सरकार पर वोट बैंक एवं तुष्टिकरण की नीति अपनाने का आरोप लगाया। शाह यहां रावण चबूतरा मैदान में भारतीय जनता पार्टी के बूथ कार्यकर्ता संकल्प महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।  

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का जिक्र करते हुए उन्‍होंने कहा, ‘‘अभी-अभी राहुल बाबा, भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं… विदेशी टी-शर्ट पहनकर वह भारत जोड़ने निकले हैं।” उन्‍होंने कहा, ‘‘मैं राहुल बाबा और कांग्रेसियों को संसद में दिया गया उनका एक भाषण याद दिलाता हूं। राहुल गांधी ने कहा था कि भारत राष्ट्र है ही नहीं। राहुल बाबा, किस किताब में आपने यह पढ़ा है? यह तो वह राष्ट्र है जिसके लिए लाखों, लाख लोगों ने प्राणों की आहुति दे दी।”  

 
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी भारत जोड़ने न‍िकले हैं, मुझे लगता है कि उन्हें भारत के इतिहास को पढ़ने की जरूरत है।” शाह ने कानून व्यवस्था को लेकर शनिवार को राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि गहलोत सरकार विकास के काम नहीं कर सकती, वह केवल वोट बैंक एवं तुष्टिकरण की राजनीति कर सकती है।   

उन्‍होंने कहा, ‘‘कांग्रेस सरकार विकास का काम नहीं कर सकती है। वह सड़कें नहीं बना सकती, बिजली नहीं दे सकती, रोजगार नहीं दे सकती है। कांग्रेस सिर्फ वोट बैंक की, तुष्टिकरण कर राजनीति कर सकती है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ खोखले वादे कर सकती है, वादों को पूरा नहीं कर सकती है। 


यह भी पढ़ें :  कांग्रेस के अध्यक्ष पद की चुनाव प्रक्रिया में निष्पक्षता व पारदर्शिता को लेकर शशि थरूर समेत 5 सांसदों ने उठाये सवाल, निर्वाचक मंडल की सूची मुहैया कराने की मांग की

Share this story