राहुल गांधी ने साफ संकेत दिए वह पार्टी प्रमुख के पद के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं बोले मैंने अपना निर्णय ले लिया है, इसमें कोई दुविधा नहीं

Rahul Gandhi gave clear indications that he is not completely ready for the post of party chief, I have taken my decision, there is no dilemma in it

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ 
 

नई दिल्ली। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक बार फिर राहुल गांधी ने कांग्रेस के अगले अध्यक्ष के रूप में खुद के नाम के प्रस्ताव पर जवाब दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने साफ संकेत दिए हैं कि वह पार्टी प्रमुख के पद के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह अध्यक्ष बनेंगे या नहीं, यह तब साफ होगा जब पार्टी अध्यक्ष का चुनाव होगा। 

मैंने अपना निर्णय ले लिया है, इसमें कोई दुविधा नहीं

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मैंने अपना फैसला ले लिया है कि मुझे क्या करना है। इसमें किसी प्रकार का कोई कन्फ्यूजन नहीं है। दो महीनों तक चलने वाली इस यात्रा से मेरी खुद के बारे में समझ तो विकसित होगी ही, मैं इस खूबसूरत देश और यहां के लोगों के बारे में भी सही तरीके से जान सकूंगा। मैं इस यात्रा से अधिक से अधिक सीख और समझ सकूंगा।

कई नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद सांगठनिक चुनाव का ऐलान

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए बहुप्रतीक्षित चुनाव 17 नवम्बर को होने हैं। दो दिन बाद वोटों की गिनती होगी। जबकि 24 से 30 सितंबर तक मतदान प्रक्रिया के लिए नामांकन दाखिला होगा। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव 21 सितंबर को होना था लेकिन यात्रा के मद्देनजर इसकी समयसीमा एक महीना बढ़ा दी गई है। 

उधर, पार्टी के अंदर घमासान मचा हुआ है। तमाम नेता पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। गुलाम नबी आजाद कुछ दिनों पहले ही पार्टी को अलविदा कर जोरदार झटका दे चुके हैं। गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर के सीएम रह चुके हैं। अगले साल राज्य में चुनाव होने हैं। गुलाम नबी आजाद के बाद आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश में अपनी जिम्मेदारियों से मुक्ति ले ली है। हालांकि, अभी आनंद शर्मा पार्टी में बने हुए हैं। जबकि अश्विनी कुमार, कपिल सिब्बल पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं। 

गुलाम नबी आजाद ने लगाया बड़ा आरोप

पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद ने पार्टी छोड़ने के बाद सारा ठीकरा राहुल गांधी और उनकी मंडली पर फोड़ा है। आजाद ने कहा कि राहुल गांधी के पीए और आसपास रहने वाले लोगों ने पार्टी को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने अपने आसपास चाटुकारों की मंडली जमा कर रखी है।

2019 में राहुल गांधी ने दे दिया था इस्तीफा

राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से 2019 में इस्तीफा दे दिया था। राहुल का यह इस्तीफा लोकसभा चुनाव के बाद हुआ था। उन्होंने, हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी मुखिया का पद छोड़ दिया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के अनुरोध के बाद भी वह अपने निर्णय पर अडे़ हुए हैं। इसके बाद कांग्रेस ने सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। अब अगले महीने नए अध्यक्ष के मिलने की उम्मीद है।

यह भी पढ़ें :  कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का दूसरे दिन राहुल बोले- बीजेपी सरकार की सोच अंग्रेजों जैसी 

Share this story