विजय दशमी समारोह में शामिल हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत, संघ के 97 साल के इतिहास में पहली बार महिला को आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया

Sangh chief Mohan Bhagwat attended the Vijay Dashami celebrations, for the first time in the 97-year history of the Sangh, a woman was invited as the chief guest at the event

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
 

नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत बुधवार सुबह यहां विजय दशमी समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर पर्वतारोही संतोष यादव, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित रहे।

संतोष यादव ने दो बार किया है माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई
बता दें कि संतोष यादव ने दो बार दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट पर दो बार चढ़ाई की है। वह ऐसा करने वाली दुनिया की एकमात्र महिला हैं। संतोष यादव का जन्म हरियाणा के रेवाड़ी जिला के जोनियावास गांव में 10 अक्टूबर 1967 को हुआ था। उन्होंने 1992 में पहली बार और 1993 में दूसरी बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की। उन्हें 2000 में पद्मश्री पुरस्कार और 1994 में तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। संतोष यादव को मुख्य अतिथि संघ में महिलाओं के नेतृत्व को आगे बढ़ाने का मैसेज देने के लिए बनाया गया है। आरएसएस में जल्द ही सह-कार्यवाह और सह-सरकार्यवाह पद की जिम्मेदारी महिलाओं को मिल सकती है। 

जल्द ही सह-कार्यवाह और सह-सरकार्यवाह पद की जिम्मेदारी महिलाओं को मिल सकती है

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में जल्द ही सह-कार्यवाह और सह-सरकार्यवाह पद की जिम्मेदारी महिलाओं को मिल सकती है। संघ की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ (2025) तक राष्ट्र सेविका समिति में शामिल महिलाओं को संघ में लाया जा सकता है। संघ के 97 साल के इतिहास में कोई महिला इस पद पर नहीं रही है।

सूत्रों का कहना है कि महिलाओं को प्रमुख पदों की नियुक्ति देने पर संघ में सहमति बन चुकी है। इसी को देखते हुए पहली बार नागपुर में संघ के दशहरा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पर्वातारोही संतोष यादव को आमंत्रित किया गया है। संतोष यादव पहली महिला होंगी, जो इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगी।

संघ के सामने कई बार यह प्रश्न उठता रहा है कि संगठन के ढांचे में शीर्ष स्थानों पर महिलाएं क्यों नहीं हैं। लिहाजा संघ में सहमति बनी है कि सह कार्यवाह और सह सरकार्यवाह की जिम्मेदारी महिलाओं को दिया जाना चाहिए। आने वाले समय में राष्ट्र सेविका समिति से जुड़ी स्वयं सेविकाओं को संघ में आने का मौका मिलेगा।

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