रेवड़ी संस्कृति पर प्रधानमंत्री मोदी का आप और कांग्रेस पर हमला, कहा- अन्नदाता ही अब ऊर्जादाता बनेगा

रेवड़ी संस्कृति पर प्रधानमंत्री मोदी का आप और कांग्रेस पर हमला, कहा- अन्नदाता ही अब ऊर्जादाता बनेगा

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

गांधीनगर। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण के प्रचार अभियान के लिए महज तीन दिन का वक्त बचा है। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत प्रचार में झोंक रखी है। पूरे गुजरात में रैलियों का रेला लगा हुआ है।

इस समय जनता को लुभाने के लिए तमाम वादे किए जा रहे हैं। इसमें से एक वादा बिजली का है, जो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की ओर से दिया गया है। यह उनके घोषणा पत्र में भी शामिल है। 

हालांकि, फ्री वादों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों ही पार्टियों को खरी-खोटी सुनाई है। प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा कि यह वक्त फ्री बिजली और पानी हासिल करने का नहीं बल्कि, बिजली से कमाने का है।

दरअसल, अरविंद केजरीवाल कई रैलियों और जनसभाओं में कह चुके हैं कि फ्री बिजली दिल्ली में दे दी और पंजाब में भी। बस, गुजरात के लोगों को तीन महीने का इंतजार करना है। इसके बाद यहां भी लोगों को फ्री बिजली मिलना शुरू हो जाएगा। 

मतगणना 8 दिसंबर को होगी

पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी हुआ था। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को हुई, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय थी।

नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर को हुई। गुजरात विधानसभा चुनाव में दोनों चरणों के लिए नामांकन का दौर समाप्त हो चुका है।

राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। पहले चरण के लिए प्रचार अभियान 29 नवंबर की शाम पांच बजे खत्म होगा।

वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी। पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख थी। दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर थी। 

बिजली के क्षेत्र में परिवर्तन आ रहा है 

वहीं, प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जमाना गया, जब लोगों को मुफ्त में चीजें चाहिए होती थीं। अब लोग उन चीजों से आय बढ़ाने की दिशा में सोचते हैं। बिजली भी इनमें से एक है। प्रधानमंत्री मोदी मुफ्त दावों और वादों पर अपनी तथा भाजपा की स्थिति पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं।

अब उन्होंने बिजली से कमाई के तरीके बताकर लोगों को इस रेवड़ी संस्कृति से दूर रहने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिजली के क्षेत्र में परिवर्तन आ रहा है और अब अन्नदाता ही ऊर्जादाता भी बनेगा। 

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