मोदी ने ना कांग्रेसियों की मानी-ना ही बीजेपी वालों की बात सुनी, पीएम का भाषण पूरा लेकिन इच्छा अब भी अधूरी

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
बांसवाड़ा।बांसवाड़ा में आज पीएम आए। मानगढ़ धाम गए। आदिवासी नेता गोविंद गुरु की धूणी के दर्शन किए, पूजा पाठ किया। उसक बाद मानगढ़ में तीन राज्यों के आदिवासियों के बीच सभा हुई।
पीएम (PM narendra modi) से जिस काम की आस पूरे राजस्थान और आसपास के दो राज्यों के आदिवासियों को थी वो पूरी नहीं हो सकी। फिलहाल पीएम ने आज किसी भी तरह की कोई घोषणा नहीं की। वे करीब बीस मिनट सभा को संबोधित करते रहे। उनका एक एक शब्द आदिवासियों ने सुना।
मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की थी मांग
दरअसल आज की सभा आयोजित करने के पीछे सभी यही कयास लगा रहे थे कि पीएम आज मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित कर देंगे। सीएम गहलोत ने मंच से आज भी इसकी मांग की थीं।
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के नेता भी इसकी मांग कर चुके थे। यह लगभग तय माना जा रहा था कि पीएम धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित कर तीन राज्यों के आदिवासियों को साधेंगे। लेकिन उन्होनें मंच से जो भाषण दिया उसमें फिलहाल स्मारक को राष्ट्रीय पहचान नहीं दी।
ये सब बोले पीएम ने मंच से, कहा सीएम सबसे सीनियर
पहले मंच से सीएम गहलोत ने अभिवादन किया। उसके बाद गुजरात और एमपी के सीएम ने अपनी बातें रखी और आदिवासियों के बलिदान को याद किया। फिर पीएम ने अपना पक्ष रखा और आदिवासियों के गौरवशाली इतिहास को लेकर बातें की।
पंद्रह मिनट तक उन्होंने गौरवशाली इतिहास की चर्चा की। सीएम गहलोत के लिए बोला कि मंच पर वे सबसे ज्यादा सीनियर नेता हैं। मंच से करीब पंद्रह मिनट तक पीएम ने भाषण दिया लेकिन आदिवासी जिसका इंतजार कर रहे थे वे शब्द पीएम ने नहीं बोले। पीएम ने मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक घोषित नहीं किया।
उल्लेखनीय है कि गहलोत सरकार के नेताओं के अलावा भाजपा के नेताओं ने भी पत्रों और अन्य माध्यमों से मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग की थी।