केजरीवाल ने CM नहीं बनाया.. ससुराल अच्छा नहीं लगे तो बेटी मायके आएगी, मैं आप छोड़ कांग्रेस आ गया- इंद्रनील

केजरीवाल ने CM नहीं बनाया.. ससुराल अच्छा नहीं लगे तो बेटी मायके आएगी, मैं आप छोड़ कांग्रेस आ गया- इंद्रनील

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

अहमदाबाद। Gujarat Assembly Election 2022: करीब 16 महीने पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हुए इन्द्रनील राजगुरु की कांग्रेस में घर वापसी हो गई है। यहां आने के बाद राजगुरु ने हुंकार भरी हैं।

उन्होंने कहा कि यदि आम आदमी पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया होता तो वे इस्तीफा नहीं देते। राजकोट में दिए गए इस बयान से जहां राजगुरु की मंशा उजागर हो गई है वहीं, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी इसका जवाब दिया है।

अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा कि राजगुरु के जाने से पार्टी पर कोई असर नहीं है। जब वे ‘आप’ में थे तब उन्होंने क्यों नहीं कुछ बताया। 

cअब मैं भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करूंगा। वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता वशराम सागठिया ने कहा था कि इन्द्रनील राजगुरु भले कांग्रेस में शामिल हुए हैं, मगर वे आप से इस्तीफा नहीं देंगे।

इस पर किए गए सवाल के जवाब में इन्द्रनील राजगुरु ने कहा कि सागठिया मेरे साथ ही आप में शामिल हुए थे। अब वे स्वतंत्र हैं। वे कहीं भी काम कर सकते हैं। मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।

बिना रायशुमारी इसुदान को सीएम बनाया

कांग्रेस में शामिल होने के बाद राजगुरु ने आप पर आरोप लगाते हुए कहा कि इसुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करना बीते छह महीने से निश्चित था। पार्टी ने इस बारे में कोई रायशुमारी नहीं की।

किसी से भी नहीं पूछा और न ही किसी से राय-मशविरा किया। उन्होंने 15 टिकट मांगने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कहा कि इससे पहले उन सीटों पर आप ने कमजोर प्रत्याशी खड़े किए थे।

मैंने जीत की संभावना वाले लोगों को इन सीटों पर खड़ा रखने का सुझाव दिया था। इसमें मेरा कोई व्यक्तिगत नहीं मगर पार्टी का ही फायदा था। इस बारे में मुझसे कहा गया कि मैं सीटों के बारे में जिद न करूं।

प्रत्याशियों की सूची तो ‘कमलम’ (भाजपा प्रदेश कार्यालय) से आती है। इसी बात से यह स्पष्ट हो जाता है कि अरविंद केजरीवाल भाजपा के लिए काम कर रहे हैं।

दिल्ली का प्रदूषण अगले साल तक दूर कर देंगे

उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता जानती है कि मैं किसी और का खेश धारण नहीं करूंगा। ‘‘मेरा खेश तो पंजा ही है।’’ भाजपा की कई इच्छा होते हुए भी मैंने उसकी ओर मुड़कर नहीं देखा।

भाजपा देश के लिए बहुत ही कमजोर पार्टी हैं। ‘आप’ में भी भाजपा जैसी ही मानसिकता है। राजगुरु द्वारा दिए गये बयानों के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब मे अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजगुरु को पार्टी में रहते हुए ही पार्टी फोरम में कहना चाहिए।

मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित होने पर उन्हें दुःख हुआ, इसलिए इस्तीफा दिया। मोरबी दुर्घटना का उल्लेख करते हुए केजरीवाल ने कहा कि मामले की प्राथमिकी में मालिक का नाम ही नहीं है। इससे साबित होता है कि भाजपा भ्रष्टाचारी है। 

दिल्ली में प्रदूषण के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि, पूरे देश की समस्या है। उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में प्रदूषण है। हम अगले एक वर्ष में प्रदूषण कम कर देंगे। 

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