गांधी परिवार क्या एक बार फिर एकजुट होने जा रहा : वरुण गांधी के बीजेपी छोड़ने की अटकलें भी तेज 

गांधी परिवार क्या एक बार फिर एकजुट होने जा रहा : वरुण गांधी के बीजेपी छोड़ने की अटकलें भी तेज
कांग्रेस के फॉयरब्रांड लीडर रहे संजय गांधी के सुपुत्र वरुण गांधी की राजनीतिक पारी बीजेपी से शुरू हुई थी। बीजेपी में रहते हुए वह भी एक मुखर हिंदूवादी नेता की छवि को बनाए हुए थे। अपने विवादित स्पीच की वजह से सुर्खियों में रहे वरुण गांधी, इन दिनों बीजेपी से नाराज चल रहे हैं। नाराजगी का आलम यह कि बीते दो साल में वह भारतीय जनता पार्टी सरकार की आलोचना करने वाले सबसे बड़े नेता हैं।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ  
 

नई दिल्ली। गांधी परिवार क्या एक बार फिर एकजुट होने जा रहा है। सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारे तक यह सवाल अब ट्रेंड में है। लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक आने के साथ ही वरुण गांधी के बीजेपी छोड़ने की अटकलें भी तेज हो रही हैं। वरुण गांधी पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं। वरुण 2004 में पहली बार 24 साल की उम्र में बीजेपी में शामिल हुए थे और सांसद चुने गए थे। काफी दिनों से वरुण गांधी बीजेपी सरकार पर लगातार हमलावर हैं और जनहित के मसलों पर मोदी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं चूकते हैं।

दो साल से वरुण गांधी अपनी की पार्टी को कटघरे में कर रहे खड़ा

कांग्रेस के फॉयरब्रांड लीडर रहे संजय गांधी के सुपुत्र वरुण गांधी की राजनीतिक पारी बीजेपी से शुरू हुई थी। बीजेपी में रहते हुए वह भी एक मुखर हिंदूवादी नेता की छवि को बनाए हुए थे। अपने विवादित स्पीच की वजह से सुर्खियों में रहे वरुण गांधी, इन दिनों बीजेपी से नाराज चल रहे हैं। नाराजगी का आलम यह कि बीते दो साल में वह भारतीय जनता पार्टी सरकार की आलोचना करने वाले सबसे बड़े नेता हैं। सुब्रमण्यम स्वामी और वरुण गांधी लगातार बीजेपी की केंद्र सरकार पर हमलावर हैं।

अब कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज

बीजेपी से नाराज चल रहे वरुण गांधी को लेकर अब कयास लगाए जा रहे हैं कि वह अपने चचेरे भाई राहुल गांधी का साथ देने के लिए कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। माना जा रहा है कि वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं। मेनका गांधी, कई दफा केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं।

क्या है वरुण गांधी का कांग्रेस में शामिल होने की वजह?

दरअसल, वरुण गांधी और मेनका गांधी के कांग्रेस में शामिल होने के पीछे कई तर्क दिए जा रहे हैं। पहली वजह यह कि वरुण गांधी को पूरी तरह से पार्टी से साइडलाइन कर दिया गया है। बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने पिछले दिनों मां-पुत्र दोनों को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया था। अन्य सभी जिम्मेदारियां भी उनसे छीन ली गई। पार्टी से दरकिनार किए जा चुके वरुण गांधी को 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं देने की चर्चा भी शुरू हो चुकी है। यह सभी आशंकाएं उनको बीजेपी से दूर और कांग्रेस के नजदीक कर रही है। 

 

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