भारतीय वायुसेना का मिग विमान राजस्थान में क्रैश दो पायलट शहीद 

Indian Air Force MiG plane crashes in Rajasthan, two pilots martyred

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ


नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना का मिग विमान गुरुवार को राजस्थान में क्रैश हो गया। राजस्थान के बारमेर में हुई इस दुर्घटना  से आसपास के क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। क्रैश विमान मलबा काफी दूर तक फैल गया है। इस क्रैश में दो पायलट्स शहीद हो गए हैं। वायसेना ने जान गंवाने वाले दोनों पायलट्स के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए परिवार को सांत्वना दी है। इस घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दे दिया गया है। मिग क्रैश होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी से बात कर जानकारी ली है। 

रक्षा मंत्री ने शोक संवेदना प्रकट किया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर कहा, 'राजस्थान के बाड़मेर के पास भारतीय वायुसेना के मिग-21 ट्रेनर विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से दो वायु योद्धाओं के मारे जाने से गहरा दुख हुआ है।' उन्होंने कहा, 'देश के प्रति उनकी सेवा को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।'


कैसे हुई दुर्घटना?

भारतीय वायुसेना का एक ट्विन सीटर मिग-21 ट्रेनर विमान गुरुवार की शाम राजस्थान के उतरलाई हवाई अड्डे से प्रशिक्षण के लिए उड़ान के लिए रवाना हुआ था। रात करीब 9:10 बजे बाड़मेर के पास विमान का एक्सीडेंट हो गया। दोनों पायलटों को घातक चोटें आईं। हादसे में दोनों पायलट्स के मौत की सूचना है भारतीय वायुसेना ने कहा कि दोनों जांबाज पायलट के जान गंवाने का गहरा अफसोस है और शोक संतप्त परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा है। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं।

 

सोवियत काल का फाइटर जेट है मिग

वायु सेना के अनुसार, मिग-21 सोवियत काल का सिंगल-इंजन मल्टीरोल फाइटर/ग्राउंड अटैक एयरक्राफ्ट है जो इसके बेड़े की रीढ़ है। इसे पहली बार 1960 के दशक में भारत-चीन युद्ध के तुरंत बाद भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था और 2006 में मिग-21 बाइसन संस्करण में अपग्रेड किया गया था। अपग्रेड में शक्तिशाली मल्टी-मोड रडार, बेहतर एवियोनिक्स और संचार प्रणाली शामिल हैं। हालांकि ये जेट शुरू में केवल dumb bombs ले जा सकते थे, लेकिन अब वह गाइडेड हथियारों की एक विशाल रेंज को ट्रांसपोर्ट करने में सक्षम है।

यह भी पढ़ें :  कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच नोकझोंक , सोनिया ने स्मृति से कहा- डोंट टॉक टु मी

Share this story