दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मुंबई के नावा शेवा बंदरगाह से 20 टन से ज्यादा हेरोइन बरामद की , अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1725 करोड़ रुपये 

Delhi Police's Special Cell seized more than 20 tonnes of heroin from Mumbai's Nava Sheva port, worth about Rs 1725 crore in the international market

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
 

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने हेरोइन के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। इस मामले में स्पेशल सेल की पुलिस टीम ने मुंबई में जाकर वहां से 20 टन से ज्यादा हेरोइन बरामद किया है। स्पेशल सेल की यह कार्रवाई हाल के दिनों में पकड़े गए ड्रग तस्करों और गुप्त सूचना के आधार पर की गई है। स्पेशल सीपी एचएस धारीवाल ने लोधी कॉलोनी स्थित आफिस में आज प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी।

स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, स्पेशल सेल की टीम ने मुंबई स्थित नावा शेवा बंदरगाह से 20 टन हेरोइन बरामद किया है। दिल्ली पुलिस द्वारा जब्त की गई हेरोइन की यह अब तक की सबसे बड़ी खेप है। नशे की इस खेप की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1725 करोड़ रुपये बताई जा रही है।


बड़ा प्रश्न यह है कि नशे की इतनी बड़ी खेप को किसने मंगवाया था? 

अब पुलिस के समक्ष सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि नशे की इतनी बड़ी खेप को किसने मंगवाया था? साथ ही यह भी सवाल उठने लगे हैं कि तमाम तरह की सुरक्षा व्यवस्थाओं के बीच नशे की खेप भारतीय सीमा में कैसे प्रवेश की गई? क्या किसी भी स्तर पर इसकी छानबीन नहीं की गई थी।

 कुछ दिनों पहले ही 1200 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्त की थी

अधिकारी ने बताया कि स्पेशल सेल ने कुछ दिनों पहले ही 1200 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्त की थी। स्पेशल सेल ने दो अफगान नागरिकों को गिरफ्तार नार्को टेरर की बड़ी साजिश को नाकाम करने का दावा भी किया था। सूत्रों की माने तो गुप्त सूचना के आधार पर मुंबई स्थित नावा शेवा बंदरगाह से 1725 करोड़ रुपये मूल्य की हेरोइन जब्त की गई है। पूछताछ में अफगान नागरिकों ने खुलासा किया था की मुंबई पोर्ट पर भी कंटेनर में ड्रग मौजूद है। इस सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम छानबीन करने मुंबई पहुंची थी, जहां 20 टन हेरोइन मिला।

नूर की रिहाई के बाद एक बार फिर से ड्रग तस्करी का खतरा बढ़ने का अंदेशा

उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही दुनिया का सबसे बड़ा ड्रग माफिया माने जाने वाले अफगानिस्तान नागरिक नूरजही को अमेरिकी जेल से आजाद किया गया है। 80 के दशक में नूर को अफगानिस्तान के संगठनों से लेकर विश्व के कई देशों तक ड्रग्स कारोबार का आका बताया जाता था। उसने अमेरिका के लिए भी ड्रग्स एजेंट बनकर कई वर्ष काम किया था। फिर अमेरिकी एजेंटों से कुछ अनबन के चलते नूर को अमेरिका में ही जेल में डाल दिया गया था। अब नूर की रिहाई के बाद एक बार फिर से ड्रग तस्करी का खतरा बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है।

यह भी पढ़ें : दिल्ली में सीमापुरी के डीटीसी डिपो रेडलाइट पर भीषण सड़क हादसे में चार लोगों की मौत

Share this story